नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को अपने पूर्ववर्ती प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन एक युग का अंत है और राष्ट्र को अपने एक विलक्षण सपूत के निधन का दुख है।
कोविंद ने ट्विटर पर कहा, पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनका जाना एक युग का अंत है। सार्वजनिक जीवन में विराट कद हासिल करने वाले प्रणब दा ने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की। देश के एक विलक्षण सपूत के चले जाने से समूचा राष्ट्र शोकाकुल है। उनके परिजनों, मित्रों और सभी नागरिकों के प्रति संवेदनाएं।
Sad to hear that former President Shri Pranab Mukherjee is no more. His demise is passing of an era. A colossus in public life, he served Mother India with the spirit of a sage. The nation mourns losing one of its worthiest sons. Condolences to his family, friends & all citizens.
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
सेना के एक अस्पताल में यहां मुखर्जी (84) का सोमवार को निधन हो गया। उनके पुत्र अभिजीत ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह 10 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे। मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। कोविंद ने कहा, असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न मुखर्जी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम था।
राष्ट्रपति ने कहा, पांच दशक के अपने शानदार सार्वजनिक जीवन में, अनेक उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे। कोविंद ने कहा कि प्रथम नागरिक के तौर पर मुखर्जी सभी से जुड़े और राष्ट्रपति भवन को आम लोगों के करीब लेकर आए। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, उन्होंने राष्ट्रपति भवन के दरवाजे जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए महामहिम शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका फैसला ऐतिहासिक है।