देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र में जमीन के विवाद को लेकर सोमवार सुबह दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए दोषियों को किसी भी कीमत पर ना बख्शने के सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं, विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में आज सुबह करीब छह बजे जमीन
के विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे (54), उसकी पत्नी किरण (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) तथा बेटे गांधी (15) की हत्या कर दी गयी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले आज सुबह जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव (50) की सत्य प्रकाश दुबे के पक्ष के लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। उसके बाद हुए संघर्ष में दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि यादव के समर्थकों ने दुबे के घर पर हमला
कर दिया, जिसमें दुबे सहित पांच लोग मारे गए। इस बीच, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कुमार ने घटना स्थल का दौरा किया।घटनास्थल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रमुख सचिव (गृह) ने कहा, आज सुबह यहां एक दुर्भाज्ञपूर्ण घटना हुई। हम (मैं और विशेष महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था) मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां आए हैं। प्रथम दृष्टया यह घटना आपसी दुश्मनी के कारण हुई है। कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा, घटना के तात्कालिक कारण क्या थे और किस कारण से यह घटना हुई, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। चूंकि, एक पक्ष के परिवार के सभी सदस्यों की मौत हो गई है और दूसरे पक्ष के भी कुछ लोग यहां नहीं हैं, इसलिए सारी जानकारी जुटाने में थोड़ा वक्त लगेगा। पूछताछ के लिए चौदह लोगों को हिरासत में लिया गया है।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) कुमार ने कहा, यह एक दुर्भाज्ञपूर्ण घटना है, जिसमें एक पक्ष के पांच लोग और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद था, जिसे ज्ञान प्रकाश दुबे (सत्य प्रकाश दुबे के भाई) ने दूसरे पक्ष को दे दिया था और इसी बात को लेकर विवाद हो गया।
उन्होंने कहा, अभी तक 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूरे मामले में ठोस और प्रभावी कार्वाई की जाएगी। कुमार ने कहा, जैसा कि कहा जा रहा है कि थाने में आवेदन दिया गया था और उसमें शिथिलता बरती गई है तो ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्वाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्वाई शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव में पीएसी की दो कंपनियां तैनात की गई हैं और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया, हमें सुबह लगभग आठ बजे सूचना मिली कि फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में एक वारदात हुई है। सूचना देने वाले ने बताया कि झड़प में एक पक्ष के एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और बाकी छह लोग पुलिस को बेसुध हालत में मिले थे। हमने उन्हें देवरिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने इनमें से पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे का बेटा अनमोल जख्मी हो गया है। उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सभी मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये हैं।
जिलाधिकारी ने बताया, सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपने हिस्से की पूरी जमीन प्रेम यादव को बेच दी थी और यादव का उस जमीन पर कब्जा था। यह मामला लगभग सात-आठ साल पहले निपट चुका था। घटना के बारे में अभी तत्काल कुछ भी कह पाना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में अभी एक पक्ष से एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। बाकी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्वाई करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, जनपद देवरिया की दुर्भाज्ञपूर्ण घटना अत्यंत दु:खद एवं निंदनीय है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। एडीजीा कमिश्नराआईजी को मौके पर पहुंचकर कठोरतम कार्यवाही तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने इसी पोस्ट में लिखा, इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। देवरिया सदर से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि वह इस वारदात से दुखी हैं और मामले की जांच कराएंगे। उन्होंने कहा, इसकी गहनता से जांच की जाएगी और सख्त कार्वाई के निर्देश दिए गए हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के लोगों की जवाबदेही भी तय की जाएगी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वारदात की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए एक्स पर कहा, देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता की वजह से घटित हुई है। काश मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता। उन्होंने कहा, एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय कर सकती है। ये जांच तत्काल हो। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट से की गई एक पोस्ट में कहा, देवरिया के रुद्रपुर के जमीनी विवाद में छह लोगों की हत्या हुई है। प्रदेश की कानून-व्यवस्था इतनी बदहाल हो गयी है कि छोटे-मोटे विवाद में भी निर्भय होकर सरेआम छह लोगों की हत्या हो जाती है। न कोई कानून का भय, न ही सम्मान।ै पार्टी ने इसी पोस्ट में आरोप लगाया, योगी सरकार ने इस प्रदेश को ऐसे अपराधिस्तान में तब्दील किया है कि घर में बैठी महिलाएं तो क्या बच्चे, जवान और बुजुर्ग भी सुरक्षित नहीं हैं।