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लघु, सीमांत व एससी-एसटी किसानों को मिलेगा फायदा
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मुख्यमंत्री के सामने हुआ योजना का प्रस्तुतीकरण
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कहा कि मौजूदा सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का काम कर रही है। मिनी ग्रीन टूबवेल योजना इस तरह से संचालित की जाये, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा किसान लाभान्वित हो सकें। उन्होंने यह बात लोक भवन में सौर ऊर्जा चालित मिनी ग्रीन ट्यूबवेल योजना का नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग (लघु सिंचाई विभाग) द्वारा प्रस्तुतीकरण के दौरान कही।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि यह योजना पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश में संचालित की जाएगी। इसके तहत नलकूप के सबमर्सिबल पम्प का संचालन ग्रीन ऊर्जा (सौर ऊर्जा) के माध्यम से किया जायेगा। यह योजना केंद्र सरकार की ‘कुसुम योजना’ से पोषित होगी। इस योजना से लघु, सीमान्त एवं अनुसूचित जाति व जनजाति के कृषक समूह लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस योजना के द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति की पात्रता के लिए ज़रूरी होगा कि न्यूनतम 10 सदस्यों का समूह हों और उसमे सभी किसान लघु सीमान्त श्रेणी के 50 प्रतिशत से ज़्यादा सदस्य अनुसूचित जाति व जनजाति के होंगे। 20 वर्ग मीटर की जमीन समूह के किसी एक सदस्य के द्वारा दान कर अनुबन्ध की जायेगी।
इसी तरह इस योजना के सामान्य लाभार्थियों की पात्रता के लिए अर्हता के लिए न्यूनतम 10 सदस्यों का समूह होगा और ये सभी कृषक, लघु एवं सीमान्त श्रेणी के होंगे। इनके समूह के भी किसी एक सदस्य को 20 वर्ग मीटर जमीन अनुबन्ध के तौर पर देनी होगी।