नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में व्यापक स्तर पर सुधारों से देश, विदेशी निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है। उन्होंने हाल में घोषित प्रोत्साहन उपायों के साथ कोविड महामारी के दौरान उठाए गए राहत उपायों और सुधार कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सोच-विचार कर उठाए गए राहत और बचाव कार्यों तथा टीकाकरण अभियान में तेजी के साथ संक्रमण में तेजी से कमी आई।
ये है लक्ष्य
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के गोलमेज बैठक को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका ने 500 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है। बैठक में जनरल इलेक्ट्रिक, बैक्सटर हेल्थकेयर यूएसए, ब्रैम्बल्स, मार्श एंड मैकलेनन, पेप्सिको जैसी प्रमुख विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आर्थिक वृद्धि और निवेशकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों
उन्होंने हाल के महीनों में लगातार वृहत आर्थिक स्थिरता और आर्थिक पुनरुद्धार में मजबूती, बुनियादी ढांचा पर जोर के साथ आर्थिक वृद्धि और निवेशकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों का उल्लेख किया। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में गतिशील वित्तीय बाजार है और बुनियादी ढांचा क्षेत्र तथा अनुसंधान एवं विकास में निवेश में काफी अवसर हैं। उन्होंने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान भारत के लिए संसाधन जुटाने के लिए वैश्विक कार्यबल बनाने को लेकर शीर्ष 40 अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के प्रयासों की सराहना की। गोलमेज बैठक में आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने नीति और कराधान के क्षेत्रों में भारत की प्रगति का जिक्र किया।
वित्त वर्ष 2022 में 10.5 फीसदी रह सकती है GDP की वृद्धि दर- आरबीआई
मालूम हो कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 के लिए RBI द्वारा अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 10.5 फीसदी है। उन्होंने कहा कि, ‘मुझे विकास के अनुमान को नीचे की ओर संशोधित करने का कोई कारण नहीं दिखता है।