मुंबई । महाराष्ट्र पुलिस मुंबई समेत अन्य अहम शहरों की सुरक्षा और निगरानी को मजबूत करने के लिए ड्रोन-उपयोग नीति तैयार कर रही है, जो गैर पारंपरिक आतंकवादी खतरों से निपटने की उसकी तैयारियों का एक हिस्सा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, मुंबई 26ा11 के आतंकवादी हमलों की 17वीं बरसी मना रहा है।
हमने भविष्य में संभावित खतरों से निपटने के लिए पुलिस बल को आधुनिक उपकरण और उन्नत प्रौद्योगिकी से सशक्त किया है। उन्होंने बताया कि भविष्य में आतंकवादी हमले पारंपरिक तरीकों से अलग हो सकते हैं, इसलिए प्रशिक्षण और क्षमताओं को मजबूत किया गया है। छब्बीस नवंबर 2008 को पाकिस्तान से समुद्री रास्ते से आए 10 आतंकवादियों ने मुंबई के कई हिस्सों में एक साथ हमला किया था जिसमें 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे। ये आतंकवादी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन संगठन लश्कर-ए-तैयबा के थे और इन्होंने ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, सीएसटी रेलवे स्टेशन और नरीमन हाउस सहित कई स्थानों पर एक साथ हमले किए थे।
अधिकारी ने कहा,राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से सुरक्षा और निगरानी के लिए ड्रोन नीति पर काम किया जा रहा है। इसका खाका पुलिस के विशेष कमांडो यूनिट फोर्स वन ने तैयार किया है। उन्होंने बताया कि नीति के तहत ड्रोन की तैनाती का समय और स्थान स्थिति के अनुसार तय किया जाएगा और ड्रोन न केवल महानगरों बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी निगरानी में मदद करेंग।
अधिकारी ने समुद्री सुरक्षा पर भी जोर दिया। अधिकारी ने कहा,2008 मुंबई हमले में आतंकियों ने समुद्री मार्ग का उपयोग किया था और 1993 धमाकों के विस्फोटक भी समुद्री रास्ते से लाए गए थे। इस खतरे को देखते हुए, अब शहर के सभी तटीय लैंडिंग पॉइंट्स पुलिस द्वारा सुरक्षित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा,हमने रडार प्रणाली को आधुनिक किया है और ड्रोन का प्रयोग हवाई निगरानी के लिए कर रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि मुंबई में विस्तृत सीसीटीवी निगरानी है और सरकार ने सीसीटीवी लगाने के तीसरे चरण को हरी झंडी दे दी है, जिसके लिए 2,140 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।आतंकी हमले के बाद शुरू हुई इस परियोजना के तहत, पहले दो चरणों में कुल 10,511 सीसीटीवी लगाए गए थे। तीसरे चरण में 866 और सीसीटीवी लगेंगे। साथ ही फेस रिकग्निशन और एआई आधारित वीडियो विश्लेषण का समेकन किया जाएगा। अधिकारी ने कहा, अगले कुछ वर्षों में मुंबई दुनिया के सबसे सुरक्षित शहरों में से एक होगा।





