प्रयागराज, उत्तर प्रदेश:
प्रयागराज के महाकुंभ नगर में एक अनोखी पहल शुरू की गई है, जहाँ महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक गुलाबी रंग की बस को तैनात किया गया है। यह बस, जो स्तन कैंसर की जांच के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है, साधु संतों और श्रद्धालुओं के बीच एक नई उम्मीद की किरण बनकर उभरी है।
मां अमृतानंदमयी मठ द्वारा भेजी गई यह बस 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए मुफ्त में मैमोग्राफी जांच की सुविधा प्रदान कर रही है। मठ से जुड़े संत ब्रह्मज्षि एकनाथ ने बताया कि यह बस चार करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है, जिसमें स्तन कैंसर की प्रारंभिक पहचान के लिए सभी आधुनिक उपकरण मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इस जांच को लेकर महिलाओं में संकोच की समस्या अक्सर देखने को मिलती है, जिससे कई बार कैंसर का इलाज समय पर नहीं हो पाता। इस बस के माध्यम से अब महिलाएं बिना किसी संकोच के अपनी जांच करवा सकती हैं और समय पर इलाज का लाभ उठा सकती हैं।
इसके अलावा, मठ ने एक और बस भेजी है, जिसमें मिनी अस्पताल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस बस में एक्सरे, पैथोलॉजी लैब, छोटे-मोटे ऑपरेशन और इलाज की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह बस सैटेलाइट के माध्यम से फरीदाबाद के विशेषज्ञ डॉक्टरों से जुड़ी हुई है, जिससे मरीजों को तुरंत परामर्श मिल सकता है।
मां अमृतानंदमयी मठ के अनुयायी, जिन्हें अम्मा के नाम से जाना जाता है, उनके इस प्रयास से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच उन लोगों तक भी हो रही है जो महाकुंभ के विशाल मेले में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा, फरीदाबाद और कोच्चि से 50 पैरामेडिकल स्टाफ को भी इस शिविर में सेवा देने के लिए भेजा गया है।
यह अनूठी पहल न केवल महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है, बल्कि महिलाओं को स्तन कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक करने का भी एक प्रभावी उपाय बन चुकी है।