वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। जल्द ही केजीएमयू में फेफड़े का भी प्रत्यारोपण किया जायेगा। इससे गम्भीर मरीजों को इलाज के लिए शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यह जानकारी केजीएमयू कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने दी। वह बुधवार को पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की ओर से सेप्सिस अपडेट पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रही थीं।
कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि अभी केजीएमयू में लिवर, गुर्दा और कार्निया प्रत्यारोपण हो रहा है। उन्होंने कहा कि केजीएमयू में अधिक से अधिक आधुनिक सुविधाओं को जोड़ा जाएगा ताकि मरीजों को इलाज के लिए विदेश या फिर दूसरे प्रदेश में न जाना पड़े। इस मौके पर लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने कहा कि गंभीर सेप्सिस मरीजों का सबसे पहले गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं। उन्होंने कहा कि डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों को अधिक संजीदा रहने की जरूरत है, क्योंकि इन बीमारियों में भी अंगों की कार्यक्षमता धीरे-धीरे प्रभावित होती है।