श्रीनगर। सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के शैडो संगठन के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करके छह संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में हथियार एवं गोली बारूद भी बरामद किया है। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।
अधिकारियों ने बताया कि नवगठित द रेसिस्टेंस फ्रंट के छह सदस्यों को बारामुला जिले के सोपोर से कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास केरन तक चलाए गए एक अभियान में गिरफ्तार किया गया। संगठन को लश्करे तैयबा का शैडो संगठन माना जाता है। उन्होंने कहा कि केरन से सोपोर अस्पताल तक हथियार और गोला-बारूद के परिवहन के बारे में पुलिस द्वारा प्राप्त एक सूचना पर सुरक्षाबलों ने कार्वाई शुरू की और चार टीमों का गठन किया।
अधिकारियों ने कहा, “सभी टीमें मौके पर पहुंचीं और चार लोगों को पकड़ा जिनकी पहचान अहतेशाम फारूक मलिक, शफाकत अली टागू, मुसैब हसन भट और निसार अहमद गनई के तौर पर हुई जो सोपोर के निवासी हैं।”
पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वे पाकिस्तान के एक व्यक्ति के तहत काम कर रहे थे, जो टेलीग्राम मैसेंजर पर एंड्रयू जोन्स नाम से जाता है। उन्होंने कहा, “ये चारों एंड्रयू जोन्स द्वारा नियुक्त मुख्य हैंडलर थे, जिनका काम स्थानीय युवाओं को कश्मीर, विशेष तौर पर उत्तरी कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के लिए स्थानीय युवाओं की भर्ती करना था।”
उनसे पूछताछ में केरन से दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया जिनकी पहचान कबीर लोन और शराफत अहमद खान के रूप में हुई है। खान ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसे और केरन के दो अन्य लोगों को नियंत्रण रेखा के पार से हथियारों और गोला-बारूद की खेप प्राप्त हुई थी जिसे उन्होंने कोबरा पोस्ट केरन कुपवाड़ा के पास छुपा दिया था। पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने मौके पर छापा मारा और हथियार और गोला-बारूद बरामद किया।
अधिकारियों ने बताया कि छह आतंकवादियों के पास से आठ एके राइफलें, 25 एके मैगजीन, 10 पिस्तौल, 1,000 से ज्यादा एके और पिस्तौल की गोलियां, 89 हथगोले और 21 डेटोनेटर फ्यूज बरामद किए गए। इस बीच, पुलिस ने चार अन्य संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है जिनके नाम इन छह ने लिए हैं। छह गिरफ्तार संदिग्धों ने बताया कि ये चार भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं।