नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों के कारण देश भर में 31.6 लाख लोग अभी पृथक-वास में रह रहे हैं। वहीं, अब तक 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक संख्या में लोग पृथक-वास में हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र का स्थान है। उपलब्ध ताजा आधिकारिक आकलन के मुताबिक उप्र में 11 लाख से अधिक लोग, महाराष्ट्र में 7.27 लाख, गुजरात में 3.25 लाख और ओडिशा में 2.4 लाख लोग पृथक-वास में हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे देश में अभी कुल 31.6 लाख लोग संस्थागत पृथक-वास में और घरों में पृथक रह रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि वायरस का प्रसार रोकने के लिए कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों, बगैर लक्षण वाले एवं हल्के लक्षण वाले तथा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए अधिक जोखिमग्रस्त लोगों को पृथक-वास में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश और असम जैसे कुछ राज्यों ने घर में पृथक रहने की अनुमति नहीं दी है। दिल्ली में हल्के लक्षण वाले और बगैर लक्षण वाले मरीजों को घर में पृथक रहने की अनुमति दी गई है तथा टेलीफोन या वीडियो कॉल के जरिए उनकी निरंतर निगरानी की जा रही है। हरियाणा में 49,907, तमिलनाडु में 41,0621 और पंजाब में 25,307 लोग पृथक-वास में हैं।
अनुमान के मुताबिक झारखंड में 24,497, कर्नाटक में 17,858, दिल्ली में 14,596 और असम में 8,799 लोग पृथक-वास में हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश, जहां वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के संदर्भ में सकारात्मक रूझान दिख रहा है, वे दिल्ली, केरल, राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिन राज्यों में चिंताजनक रूझान है उनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक शामिल हैं। देश में कोविड-19 के मामले बढ़ कर शुक्रवार को 10 लाख तीन हजार 832 हो गए, जबकि इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 25,602 पहुंच गई है।