वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में कार्यरत स्टाफ को ही दवाएं मिलना मुश्किल हो रहा है। बीते कई दिनों से यह दिक्कत झेलने के बाद कर्मचारियों ने इसकी लिखित शिकायत कुलपति से की है।
मालूम हो कि केजीएमयू में डॉक्टरों, कर्मचारियों व उनके परिवारीजनों को मुफ्त इलाज की सुविधा है। इलाज से लेकर दवाएं तक मुफ्त दी जाती हैं। कर्मचारी परिषद के मंत्री अमित सिंह का कहना है कि गुजरे तीन-चार माह से दवा मिलने की व्यवस्था फेल है। कर्मचारी लगातार चरमरा चुकी व्यवस्था में सुधार के लिए अधिकारियों को पत्र लिख रहे हैं। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। आधी-अधूरी दवाएं मिल पा रही हैं।
नतीजन बीमार कर्मचारी व परिवारीजनों का इलाज प्रभावित हो रहा है। जरूरी दवाएं तक कर्मचारी बाजार से खरीदने को मजबूर हैं। संगठन मंत्री राजेश कुमार का कहना है कि बाजार से दवा खरीदने पर बिल का रिम्बरसमेंट का नियम है। आरोप हैं कि अधिकारी दवाओं के बिल में 32 प्रतिशत तक की कटौती कर रहे हैं। परेशान कर्मचारियों ने अपनी शिकायत कुलपति के समक्ष इस उम्मीद के साथ रखी हैं कि जल्द ही उनकी दिक्कतों का समाधान होगा।