वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। जानकीपुरम में बन रहा ट्रामा सेन्टर लगभग तैयार हो चुका है। जल्द ही यहां मरीजों को इलाज मिलने लगेगा। पांच बेड के इस ट्रमा सेन्टर में वेंटीलेटर की भी सुविधा होगी, इससे गम्भीर मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पडेगा।
जानकीपुरम का ट्रॉमा सेंटर तैयार होने से गंभीर मरीजों के इलाज मिलने की राह आसान हो गई है। विशेषज्ञ डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। खास बात यह है कि इसमें वेंटिलेटर की सुविधा वाले बेड भी होंगे। अधिकारियों ने एक से दो माह में ट्रॉमा सेंटर के शुरू होने की उम्मीद जाहिर की है। मालूम हो कि बीते एक दशक से जानकीपुरम में ट्रॉमा सेंटर खोलने की कवायद चल रही है। कई बार काम शुरू होने के बाद भी योजना अधर में लटक गयी। तीन सालों से एक बार फिर इसके निर्माण कार्य में तेजी आयी और अब लगभग काम पूरा हो चुका है।
सूत्रों की मानें तो यदि इसी गति से काम चलता रहा तो एक दो माह में यह चालू हो जायेगा। मुख्य चिकित्साधिकाीरी डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि शुरूआती दौर में यह ट्रॉमा सेंटर पांच बेड का होगा। जरूरत पड़ने पर बेडों की संख्या में इजाफा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस ट्रामा सेन्टर में डीआरडीओ की ओर से बेड लगाये जायेंगे, जिसमें कुछ बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा भी होगी। वहीं मरीजों को इलाज के साथ पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी की जरूरी जांच की भी सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध करायी जायेंगी। यहां चौबीस घंटे एक एम्बुलेंस तैनात रहेगी ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया जा सके। वहीं बेहटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन का काम भी लगभग पूरा हो गया है। इसमें 30 बेड होंगे।
सीएमओ ने बताया कि जल्दी ही यहां भी मरीजों की भर्ती शुरू हो जाएगी। इससे आस-पास के मरीजों को इलाज आसानी से मिल सकेगा। यहां मेडिसिन, सर्जरी, बाल रोग और स्त्री एवं प्रसूति रोग समेत दूसरे विभाग भी संचालित होंगे।