इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने मुख्य प्रॉक्टर (कुलानुशासक) पर हमला करने और उनके कार्यालय में उपद्रव करने के आरोप में मंगलवार को लगभग आधा दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद और शेष अज्ञात लोगों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी प्रोफेसर जया कपूर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि गंभीर अनुशासनहीनता के आरोप में एक छात्र के निलंबन के खिलाफ करीब 50 लोगों ने एकत्रित होकर मंगलवार को पुस्तकालय का द्वार बंद कर दिया। उनके मुताबिक, इनमें से कई लोग इस विश्वविद्यालय से संबद्ध नहीं थे।
कपूर के मुताबिक, प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा रोकने पर इन लोगों ने प्रॉक्टर को गाली देते हुए उन पर हमला कर
दिया और उनके साथ हाथापाई की और साथ ही इन लोगों ने सहायक प्रॉक्टर को पीटने का प्रयास किया। विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम का पीछा करते हुए ये उपद्रवी कुलानुशासक कार्यालय तक आ गए और वहां उपद्रव किया। कपूर ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को सूचित किया गया और पुलिस
ने आकर भीड़ को तितर बितर किया।
स्नातकोत्तर के छात्र हरेन्द्र कुमार और शोध छात्र मनीष कुमार के निलंबन के विरोध में मंगलवार को आल इंडिया
स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) के छात्र नेता विवेक कुमार ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में कई लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। विवेक कुमार ने कर्नलगंज थाना अध्यक्ष को दी तहरीर में मुख्य कुलानुशासक राकेश सिंह पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली देने और लाठी डंडे से प्राणघातक हमला करने का आरोप लगाया है।