वाणिज्य मंत्रालय ने लाल सागर क्षेत्र में जारी संकट को देखते हुए व्यापार से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा के लिए 17 जनवरी को एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी बैठक बुलाई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस बैठक में पांच मंत्रालयों- विदेश, रक्षा, जहाजरानी एवं वित्त (वित्तीय सेवा विभाग) और वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे।
वाणिज्य मंत्रालय ने इस मुद्दे पर एक आंतरिक रणनीतिक समूह भी गठित किया है। इसमें मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव शामिल हैं, जो देश के व्यापार को प्रभावित करने वाले वैश्विक मुद्दों पर दैनिक आधार पर चर्चा कर एक रणनीति तैयार करेंगे ताकि भारत त्वरित और निर्णायक प्रतिक्रिया दे सके।
अधिकारी ने कहा, इस बुधवार हम एक अंतर-मंत्रालयी परामर्श करने जा रहे हैं। हम इसमें आगे की राह पर चर्चा करेंगे। लाल सागर और भूमध्य सागर को हिंद महासागर से जोड़ने
वाले महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार मार्ग बाब-अल-मंडेब जलडमरूमध्य के आसपास के क्षेत्र में हूती आतंकवादियों के हालिया हमलों से स्थिति खराब हो गई है। इन हमलों की वजह से जहाजों को काफी लंबे रास्ते केप आफ गुड होप से होकर गुजरना पड़ रहा है। इससे लगभग 14 दिनों की देरी हो रही है और माल ढुलाई एवं बीमा लागत भी बढ़ जा रही है।