नार्थसाउंड: सीनियर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के पांच विकेट और वेस्टइंडीज की लचर बल्लेबाजी से भारत ने यहां दूसरे दिन पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में दबदबा बना लिया। वेस्टइंडीज ने सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में अंतिम सत्र में पांच विकेट गंवाए जिससे शुक्रवार को स्टंप तक उसका स्कोर आठ विकेट पर 189 रन हो गया और वह भारत से अब भी 108 रन से पीछे है। इशांत ने अंतिम तीन ओवर में तीन विकेट चटकाए। उन्होंने टेस्ट में नौंवी बार पांच विकेट हासिल करने का कारनामा किया। इशांत ने 13 ओवर में दो मेडन से 45 रन देकर पांच विकेट चटकाए। इससे भारत तीसरे दिन मजबूत स्थिति में होगा। भारत को रोस्टन चेज (48), जान कैम्पबेल (23), डेरेन ब्रावो (18), शाई होप (24) और शिमरोन हेटमायर (35) से मदद मिली जिन्होंने अच्छी शुरूआत के बावजूद अपने विकेट आसानी से गंवा दिए। भारत ने अजिंक्य रहाणे (81) के बाद रविंद्र जडेजा (58) के अर्धशतक से शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के बावजूद अपनी पहली पारी में दमदार स्कोर बनाया। जडेजा ने अपनी पारी में 112 गेंदे खेली तथा छह चौके और एक छक्का लगाया। अपनी पारी के दौरान इशांत (19) के साथ आठवें विकेट के लिए 60 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
हालात बल्लेबाजी के लिए मुफीद थे लेकिन वेस्टइंडीज के बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा सके। इशांत ने बल्लेबाजी और फिर गेंदबाजी, दोनों से ही मेजबान टीम के लिए मुश्किल पैदा की। सुबह के सत्र में क्रीज पर टिककर उन्होंने पहले मेजबानों को हताश किया और फिर अपने शानदार गेंदबाजी स्पैल से विपक्षी टीम को मुश्किल में डाला। उन्होंने अपनी ही गेंदबाजी में शानदार कैच से दो विकेट हासिल किए। चाय तक वेस्टइंडीज की टीम 82 रन तक तीन विकेट गंवाकर जूझ रही थी। वेस्टइंडीज की सलामी जोड़ी ने जसप्रीत बुमराह और इशांत को कुशलता से खेला लेकिन शमी ने आते ही भारत को पहली सफलता दिलाई। विराट कोहली ने आठवें ओवर में पहले बदलाव के रूप में शमी को गेंद थमाई जिनकी आफ स्टंप से बाहर जाती फुल लेंथ गेंद को जान कैंपबेल (23) ने अपने विकेटों पर खेल दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दबाव बनाया क्योंकि शुरू से केवल कैंपबेल ने स्कोर बोर्ड चलायमान रखा था। उनके साथी सलामी बल्लेबाज क्रेग ब्रेथवेट (14) ने एक घंटे से भी अधिक समय तक क्रीज पर जमे रहे लेकिन लंबी पारी खेलने में नाकाम रहे।
इशांत ने अपनी ही गेंद पर उनके स्ट्रेट ड्राइव को खूबसूरती में कैच में तब्दील करके भारत को दूसरी सफलता दिलाई। जडेजा ने 17वें ओवर में गेंद संभाली और आते ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे समर्थ ब्रूक्स (11) को लंबी पारी नहीं खेलने दी। उनकी आर्म बॉल को ब्रूक्स समझ नहीं पाए जो उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के पांव से लगकर पहली स्लिप में रहाणे के पास चली गई। स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। ब्रावो और चेज ने यहां से अच्छी जिम्मेदारी संभाली। ब्रावो ने इस बीच जडेजा पर लांग आन क्षेत्र में खूबसूरत छक्का भी लगाया। लेकिन ब्रावो जल्द ही जसप्रीत बुमराह का शिकार बने और इशांत ने चेज को भी पवेलियन भेज दिया। बुमराह ने ब्रावो (18) को पगबाधा आउट करके अपना 50वां विकेट लिया। इस तरह वह सबसे कम मैचों में 50 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए। यह उनका 11वां टेस्ट मैच है। अंतिम सत्र में इशांत ने शाई होप, हेटमायर और केमार रोच के विकेट झटके।
इससे पहले भारत ने सुबह छह विकेट पर 203 रन से आगे खेलना शुरू किया और दूसरे ओवर में ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (24) का विकेट गंवा दिया जो अपने कल के स्कोर में केवल चार रन जोड़ पाए। केमार रोच की गुडलेंथ गेंद पंत के बल्ले का किनारा लेकर दूसरी स्लिप में खड़े जैसन होल्डर के पास चली गई। भारत का स्कोर सात विकेट पर 207 रन हो गया तथा जिस तरह से रोच और गैब्रियल हावी होकर गेंदबाजी कर रहे थे उससे लग रहा था कि उन्हें पुछल्ले बल्लेबाजों को समेटने में देर नहीं लगेगी लेकिन जडेजा और इशांत ने गजब का जज्बा दिखाया और कैरेबियाई गेंदबाजों को परेशान कर दिया। होल्डर ने गेंदबाजी में भी बदलाव किए लेकिन जडेजा और इशांत के मजबूत इरादों के सामने उनकी हर रणनीति नाकाम रही। इन दोनों ने अपने रक्षात्मक कौशल का अच्छा नमूना पेश किया था उठती गेंदों को बड़ी कुशलता से खेलकर वेस्टइंडीज की शार्ट पिच गेंदें करने की रणनीति भी नहीं चलने दी। शैनोन गैब्रियल ने आखिर में यार्कर पर इशांत का मिडिल स्टंप र्थाकर यह साझेदारी तोड़ी। उन्होंने 62 गेंदें खेली और एक चौका लगाया।
शमी (शून्य) हालांकि थोड़ी देर भी नहीं टिक पाए और रोस्टन चेज की गेंद पर वापस कैच दे बैठे लेकिन बुमराह (नाबाद चार) ने जडेजा को अर्धशतक पूरा करने का मौका दिया। जडेजा ने चेज की गेंद पर स्वीपर कवर पर चौका लगाकर 11वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया और अगली गेंद पर मिडविकेट पर छक्का लगाया। होल्डर की शार्ट पिच गेंद को पुल करने के प्रयास में वह हवा में लहरा गए और इस तरह से भारतीय पारी का अंत हुआ। वेस्टइंडीज की तरफ से केमार रोच सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 66 रन देकर चार विकेट लिए। गैब्रियल ने 71 रन देकर तीन, रोस्टन चेज ने 58 रन देकर दो और होल्डर ने 36 रन देकर एक विकेट लिया।