नई दिल्ली। भारत ने इस सप्ताह की शुरूआत में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) की एक वीडियो कांफ्रेंस के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाने के लिए गुरुवार को पाकिस्तान की निंदा की। भारत ने कहा कि यह राजनीतिक नहीं बल्कि मानवीय मंच था और पाकिस्तान ने इसका दुरुपयोग किया।
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावित आपात दक्षेस कोष की शुरूआत हो गई है और भारत को मदद के लिए सदस्य देशों से अनुरोध प्राप्त हुए है। कुमार ने वीडियो-कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर कहा, इतने बड़े पैमाने पर आई आपदा में सीमाओं का बंधन नहीं है, इसी भावना से प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस पर दक्षेस वीडियो कांफ्रेंस का आह्वान किया था। यह मंच राजनीतिक नहीं बल्कि मानवीय था। उन्होंने इसका दुरुपयोग किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सप्ताहांत में इटली से भारतीयों के अगले समूह को निकालने की योजना है। विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने कहा, हमने ईरान से 590 लोगों को निकाला है जहां स्थिति काफी गंभीर है। ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित भारतीयों को अलग रखा गया है और उनकी देखभाल बहुत अच्छी तरह से की गई है। हमें विश्वास है कि वे ठीक हो जाएंगे और हम उन्हें वापस लाएंगे।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय अपने कोविड-19 नियंत्रण कक्ष को मजबूत कर रहा है। रवि ने कहा, इस समय नियंत्रण कक्ष में 25-30 लोग काम कर रहे हैं। वे पाली में काम करते हैं। हमें एक दिन में लगभग 400 ई-मेल और 1,000 कॉल मिल रही हैं।