लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साजिशन शादी रचाने और बीमा की रकम के लिये अपनी पत्नी की कथित तौर पर हत्या कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) शशांक सिंह ने बुधवार को बताया कि चिनहट थाना क्षेत्र के कंचनपुर मटियारी के रहने वाले अभिषेक ने अप्रैल 2022 में मटियारी इलाके के राधापुरम की रहने वाली पूजा यादव (28) से एक साजिश के तहत शादी की।
विवाह के बाद अभिषेक ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर उसका 50 लाख रुपये का बीमा कराया, उसके नाम से 10 लाख रुपये का लोन लिया, किस्तों पर छह वाहन खरीदे और बीमा की रकम हड़पने तथा वाहनों की किस्त से बचने के लिये 20 मई 2023 को अपने साथियों की मदद से पूजा की कार से कुचलवाकर हत्या करा दी। उन्होंने बताया कि बीमा की रकम पर दावा किये जाने के बाद बीमा कम्पनी को शक हुआ और उसकी शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की तो पूरी हकीकत सामने आ गयी। मंगलवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों कुलदीप सिंह, आलोक निगम और दीपक वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पूजा के पति और मामले के मुख्य आरोपी अभिषेक, उसके पिता राम मिलन और अभिषेक शुक्ला नामक एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।
सिंह ने बताया कि यह पूरा मामला एक बड़ी साजिश से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत अप्रैल 2022 में अभिषेक का विवाह पूजा से कराया गया। यह उसका दूसरा विवाह था। पूरे मामले में कुलदीप की अहम भूमिका थी। उसने फर्जी दस्तावेज तैयार किये और शादी के कुछ ही महीनों बाद पूजा का 50 लाख रुपये का बीमा कराया गया। उसके नाम से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये का कर्ज लिया गया। पूजा के ही नाम से चार कारें और दो मोटरसाइकिलें किस्तों पर ली गयीं। बाद में बीमा का धन हड़पने और वाहनों की किस्त देने से बचने के लिये अभियुक्तों ने पूजा की हत्या की योजना बना ली।
उन्होंने बताया कि अभिषेक और उसके पिता राम मिलन ने साजिश रची। इसमें अधिवक्ता आलोक निगम, कुलदीप सिंह, अभिषेक शुक्ला और दीपक वर्मा भी शामिल थे। वारदात के दिन 20 मई 2023 को राम मिलन पूजा को दवा दिलाने के बहाने बाहर लेकर आया। अभिषेक शुक्ला ने पूजा को कार से कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कार चालक के तौर पर दीपक वर्मा को मौके से पकड़ा था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इसके बाद नवंबर 2023 में पूजा के पति अभिषेक ने बीमा कम्पनी में अपनी पत्नी के बीमे के 50 लाख रुपये पर दावा पेश किया। इसकी प्रक्रिया में जांच के दौरान बीमा कम्पनी को शक हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की और पूर्व में पकड़े गये दीपक वर्मा को पूछताछ के लिये बुलाया। वर्मा के फोन कॉल विवरण की पड़ताल करने पर पूजा के पति अभिषेक और ससुर राम मिलन से बातचीत के सुबूत पाये गये। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात की हकीकत बयान कर दी।