नयी दिल्ली। उद्योगपति एलन मस्क की स्पेसएक्स के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के अगले दिन भारती समूह के संस्थापक सुनील मित्तल ने बुधवार को कहा कि उपग्रह (सैटेलाइट) से 4जी, 5जी, 6जी जैसी संचार प्रौद्योगिकियों का मिश्रण जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे ग्राहक अपने मोबाइल फोन दुनिया के सबसे दूरदराज के हिस्सों में, यहां तक कि आसमान और समुद्र में भी ले जा सकेंगे। दोनों भारतीय दूरसंचार प्रतिद्वंद्वियों, भारती एयरटेल और जियो ने भारत में अपने ग्राहकों को स्टारलिंक की उच्च गति की इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए स्पेसएक्स के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है।
नीले समुद्र तक भी पहुंचेगी इंटरनेट : मित्तल
भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और चेयरमैन मित्तल ने बयान में कहा, दूरसंचार उद्योग के लिए, उपग्रह प्रौद्योगिकी को जोड़ना अपने ग्राहकों के लिए नई प्रौद्योगिकी लाने से अलग नहीं होना चाहिए। भविष्य में 4जी, 5जी और 6जी की तरह, अब हमारे पास एक और प्रौद्योगिकी होगी, यानी एसएटी-जी। जल्द ही ग्राहक अपने मोबाइल को दुनिया के सबसे दूर के हिस्से में ले जा सकेंगे, उनके साथ आसमान और नीले समुद्र में भी जा सकेंगे।
मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस-2025 में हुआ समझौता
मित्तल ने कहा कि बार्सिलोना में हाल ही में संपन्न मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस-2025 में अपने उद्घाटन भाषण के दौरान उन्होंने दूरसंचार और उपग्रह कंपनियों से एक साथ मिलकर काम करने, अपनी शक्तियों को संयोजित करने और समुद्र और आकाश के साथ-साथ पहुंच से दूर क्षेत्रों को भी जोड़ने के मिशन को पूरा करने का आह्वान किया था।