वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को बयान जारी कर कहा है कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से बदहाली में है। भाजपा की सरकार में मजबूती से भ्रष्टाचार ने जड़े जमा ली हैं। भाजपा की सरकार में न तो मरीजों को दवा मिल पा रही है और नहीं समय से डॉक्टर और नर्स उपलब्ध हैं। भ्रष्टाचार के चलते अस्पतालों में प्रसूताओं और मरीजों को मिलने वाले भोजन में भी घोटाला है।
बलरामपुर के सरकारी अस्पतालों में प्रसूताओं को घटिया क्वालिटी का भोजन दिया जा रहा है। मरीज इसे लेने से मना कर रहे है। अस्पताली भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब होने से अब मरीज अपने घरों से खाना व नाश्ता मंगाने को मजबूर हैं। यह भी शिकायतें हैं कि समय से नाश्ता-खाना नहीं दिया जा रहा है। मरीजों तक खाना पहुंचना चाहिए पर यहां तो खुद मरीज या तीमारदार लाइन लगाकर भोजन लेते है। प्रसूताओं के लिए बने भोजन चार्ट का भी पालन नहीं होता है। भाजपा की डबल इंजन सरकार में मरीजों को खाना तक नहीं मिल पा रहा है इससे अधिक और क्या विफलता हो सकती है?
लखनऊ के लोहिया अस्पताल में दूसरे जिलों से आने वाले मरीजों के ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने से बाहर खुले में मरीज और तीमारदार लेटने को मजबूर है। इस अस्पताल की इमर्जेंसी की गैलरी में मरीज सोते देखे गए हैं। मरीज की जांच नहीं होने से बीमार खुले में मच्छर भगाने की अगरबत्ती जलाकर लेटते है।
इन दिनों डेंगू और वायरल फीवर का बड़ा जोर है। अस्पतालों में इनके मरीजों की लम्बी-लम्बी कतारें लगी है। इससे भाजपा सरकार की पोल खुल रही है। देवरिया में पिछले दिनों 35 बेड पर 52 बच्चों का इलाज होते पाया गया। फिरोजाबाद के अस्पतालों में बेड कम पड़े तो स्टेÑचर पर लिटा मरीजों को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी। मरीज बेहाल है, हेल्थ सिस्टम बेपरवाह है।
लखनऊ में दो प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थान केजीएमयू और लॉरी अस्पताल में मरीजों को तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही है। पर्चा बनवाने से लेकर जांच कराने तक में लोगों को दस जगह दौड़ना पड़ता है। रात में डाक्टर मरीज कम देखते हैं वे दूसरे अस्पतालों को रिफर करके अपनी बला टालने का काम करते हैं। केजीएमयू के होल्डिंग एरिया में मरीजों की चीखें विचलित करने वाली हैं।