सद्भाव का पर्व क्षमावाणी पर्व
लखनऊ। इन्दिरा नगर जैन मन्दिर मे सोमवार को क्षमावाणी पर्व धूम धाम से मनाया गया। समाज के महामंत्री अभिषेक जैन ने बताया कि जैन धर्मावलंबियों ने एक दूसरे को परस्पर क्षमाभाव एवं मिच्छामी दुक्कड़म् कहा एवं वर्ष भर की ज्ञात अज्ञात भूलों के लिए क्षमा याचना करी। मिच्छामी दुक्कड़म् का अर्थ है मेरे सभी बुरे कर्म व्यर्थ हों या मेरी गलतियों के लिए मुझे क्षमा करें। यह जैन धर्म में पर्युषण पर्व के समापन पर, जिसे क्षमावाणी या संवत्सरी दिवस भी कहा जाता है। दूसरों से और सभी जीवों से क्षमा मांगने और शांति स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। जैन समाज द्वारा आज के दिन सभी त्यागी व्रतियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने दशलक्षण पर्व का दौरान व्रत एवं उपवास किए गए थे । आज प्रात: भगवान का अभिषेक शांतिधारा करने का सौभाग्य प्रविज्ञान जैन संयम जैन एवं अतिशय जैन को प्राप्त हुआ। जैन समाज के महामंत्री अभिषेक जैन द्वारा बताया कि इस वर्ष व्रतियों की संख्या 100 से अधिक रही जिन्होंने त्याग एवं संयम की भावना से व्रत उपवास निर्विघ्न सम्पन्न किए । इस कार्यक्रम मे विशेष रूप से शिप्रा जैन अपर्णा जैन अनीता जैन पवन जैन सुदीप जैन अनुरोध जैन भरत आयुष आदि उपस्थित हुए ।