नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे आगामी त्योहारों के मौसम और सर्दियों में कोविड-19 के मद्देनजर उचित व्यवहार का पालन करें। उस दौरान बीमारी में वृद्धि होने की आशंका है।
हर्षवर्धन ने यहां वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए कोविड-19 संबंधी उच्च स्तरीय मंत्री समूह (जीओएम) की 21 वीं बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भारत में 62,27,295 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के स्वस्थ होने की दर 86.78 प्रतिशत है जो दुनिया में सबसे अधिक है। इसके अलावा यहां मृत्यु दर 1.53 प्रतिशत है जो सबसे कम है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक एक बयान के अनुसार सबसे पहले हर्षवर्धन ने कोरोना योद्धाओं के प्रति आभार जताया जो लगातार कई महीनों से महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 86.78 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.53 प्रतिशत है। इसके अलावा मामलों की संख्या के दोगुना होने में लगने वाला समय बढ़कर 74.9 दिन हो गया है।
उन्होंने कहा, अभी कुल 1,927 प्रयोगशालाओं के कारण परीक्षण में वृद्धि हुई है। भारत की परीक्षण क्षमता प्रति दिन 15 लाख तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में 11 लाख नमूनों की जांच की गई। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने लोगों के त्योहार मनाते हुए बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए देशव्यापी जन आंदोलन शुरू किया है।’
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ सुजीत के सिंह ने एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की कि कैसे सरकारी नीतियों से भारत में महामारी पर महत्वपूर्ण नियंत्रण हासिल करने में मदद मिली है। उन्होंने बताया कि पूरे भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 86.36 प्रतिशत है और दादर एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव में यह दर 96.25 प्रतिशत है। उसके बाद अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (93.98 प्रतिशत) और बिहार (93.89 प्रतिशत) हैं।
बयान के अनुसार हाल के दिनों में मामलों की संख्या में भारी वृद्धि के कारण केरल में यह दर सबसे कम 66.31 प्रतिशत है। उन्होंने इस मौसम में इन्फ्लूएंजा और वेक्टर जनित बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश भर में कोविड-19 महामारी के कारण इन्फ्लुएंजा के मामलों की कम जानकारी आना चिंता का विषय है।
नीति आयोग के सदस्य विनोद के पॉल ने विस्तृत प्रस्तुति के माध्यम से जीओएम को भारत और दुनिया भर में कोविड-19 टीका के विकास की प्रक्रिया से अवगत कराया। जीओएम बैठक में हर्षवर्धन के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर और नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी शामिल हुए। इसके अलावा जहाजरानी मंत्री मनसुख लाल मंडाविया, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी बैठक में भाग लिया।