अकादमी परिसर में विद्यार्थियों द्वारा अपने प्रशिक्षण पर आधारित डिमॉन्स्ट्रेशन प्रस्तुत किया
लखनऊ। भारतेन्दु नाट्य अकादमी में द्वितीय वर्ष (तृतीय सेमेस्टर) के विद्यार्थियों को लोक एवं परंपरा की मधुर ध्वनियों से सुसज्जित विशेष प्रशिक्षण श्रृंखला के अंतर्गत पद्मश्री मालिनी अवस्थी से पारंपरिक संगीत, कथा गायिकी एवं कलाओं में लोक तत्व विषय पर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।
इसी क्रम में सोमवार को अकादमी परिसर में विद्यार्थियों द्वारा अपने प्रशिक्षण पर आधारित डिमॉन्स्ट्रेशन प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर लोकगीत, कथा-गायन, पारंपरिक नृत्य तथा लोकनाट्य के विभिन्न अंशों को मंच पर प्रस्तुत किया। उनकी प्रस्तुतियों में परंपरा और नवीनता का सजीव संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि प्रसिद्ध लोकनाट्य कलाकार मधु अग्रवाल, साजन कुमार एवं शाहिद ने अपनी सशक्त प्रस्तुतियों से नौटंकी शैली को मंच पर जीवंत किया। विद्यार्थियों के साथ इन कलाकारों की सहभागिता ने आयोजन को और भी प्रभावशाली और यादगार बना दिया। इस अवसर पर पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि लोक परंपराएँ हमारी जड़ों से जुड़ने का माध्यम हैं। जब युवा कलाकार इन्हें आत्मसात करते हैं तो हमारी संस्कृति का भविष्य और भी उज्ज्वल हो जाता है। अकादमी के निदेशक बिपिन कुमार ने कहा कि भारतेन्दु नाट्य अकादमी का उद्देश्य केवल रंगकर्म की तकनीकी शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि भारतीय परंपराओं और लोकधरोहर को नए कलाकारों के माध्यम से आगे बढ़ाना भी है। विद्यार्थियों का यह प्रस्तुतीकरण उसी दिशा में सार्थक प्रयास है।