लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मौजूदा सरकार के पहले, पिछले 15 सालों से किसानों की उपेक्षा की जा रही थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने का कार्य किया है।
योगी ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह की 117वीं जयन्ती पर आयोजित किसान सम्मान दिवस के अवसर पर विधानसभा स्थित उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर किसान सम्मान योजना के अन्तर्गत कृषकों को सम्मानित किया।
किसानो को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों के 76 हजार करोड़ रुपये का भुगतान और बन्द चीनी मिलों को चलाने का कार्य भी वर्तमान सरकार द्वारा किया गया है। चीनी के अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मूल्य कम होने की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गन्ने से एथेनॉल बनाने को मंजूरी देने का काम किया, जिससे गन्ना किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि जमीन की उर्वरता को बनाये रखने में गोवंश का विशेष महत्व है। इसी के दृष्टिगत, निराश्रित गोवंश को संरक्षण देने वालों को प्रतिमाह 900 रुपये दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि कृषि अवशेषों को जलाये नहीं, बल्कि कम्पोस्ट बनाकर उसका सदुपयोग करें।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों की आय को दोगुना करने के लिए गम्•ाीरता से कार्य कर रहे हैं। सरकार द्वारा कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, परम्परागत कृषि विकास योजना जैसे कार्यक्रमों से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और फसल बीमा जैसी योजनाओं से कृषक समुदायों को आर्थिक और सामाजिक सहायता एवं सुरक्षा प्रदान की जा रही है। किसानों को मिलने वाली सभी सुविधाएं पारदर्शिता और प्रामाणिकता के साथ प्राप्त हों, इसके लिए प्रदेश के 1.98 करोड़ कृषकों का ऑनलाइन पंजीकरण कराकर सभी अनुदान की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में भेजी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने जीवन पर्यन्त किसानों की खुशहाली के लिए कार्य किया। उनका मानना था कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश की खुशहाली का रास्ता गांव से गुजरता है। जमींदारी उन्मूलन एवं लघु, सीमान्त कृषकों को 03 एकड़ भूमि तक भू-राजस्व से छूट दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चैधरी चरण सिंह जी ने किसानों के हित में अनेक निर्णय लिए, उसी का परिणाम है कि आज किसान विकास के मुख्य केन्द्र बिन्दु में है।