प्रशिक्षण शिविर में अहिंसा, जीवन मे सदाचार और शाकाहार की शिक्षा दी गयीं
लखनऊ। उ.प्र. जैन विद्या शोध संस्थान और श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति, संस्थान सांगानेर के संयुक्त तत्वावधान में 04 जैन मन्दिरों में आशियाना, चौक, गोमतीनगर और यहियागंज पर जैन संस्कृति: नैतिक संस्कार शिविरों का आयोजन किया गया। जिसमें 07 विद्वानों सारांश शास्त्री एवं रवीन्द्र शास्त्री, (चौक मन्दिर) , राहुल शास्त्री एवं विरेन्द्र शास्त्री (गोमतीनगर), अनुज शास्त्री और सौरभ शास्त्री (यहियागंज) और पं दीपक जैन शास्त्री (आशियाना) ने प्रशिक्षण दिया। चौक मन्दिर के अध्यक्ष अशोक जैन, यहियागंज के मंत्री समीर जैन, गोमतीनगर के मंत्री आलोक जैन एवं शिविर प्रभारी अल्पना जैन, आशियाना के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश और शिविर प्रभारी महिला मण्डल अध्यक्ष अल्पना जैन ने बताया कि शनिवार को श्रुत पंचमी पर्व पर जिनवाणी विधान के साथ शिविर का समापन हुआ। जैन संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. अभय कुमार जैन ने बताया कि 200 शिविरार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। परीक्षा में सफल सभी शिविरार्थियों को प्रमाणपत्र दिया जायेगा जबकि बालक, बालिकाओं को प्रमाणपत्र के साथ पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
जैन संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. अभय कुमार जैन ने कहा कि आधारभूत नैतिक शिक्षा मानवीय गुणों को सुदृण कर भारतीय संस्कृति और संस्कारों का संवर्द्धन करती है। प्राणियों के प्रति दया समाज में सौहार्द ,आचरण में अहिंसा, जीवन मे सदाचार और शाकाहार की सामाजिक शिक्षा के साथ साथ आध्यात्मिक चेतना और राष्ट्र गौरव की शिक्षा भी प्रशिक्षण के दौरान दी गयीं। इस उद्देश्य के दृष्टिगत आगे भी नैतिक संस्कार शिविरों का आयोजन प्रदेश के अन्य जनपदों में होगा।