पूरे प्रदेश में दी जा रही बिजली, इसलिए मांग रहे बिल

विशेष संवाददाता लखनऊ। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि हम पूरे प्रदेश को बिजली दे रहे हैं, इसीलिए तो बिजली बिल भी मांग रहे हैं। उन्होंने बलरामपुर, गोण्डा, सिद्धार्थनगर जनपद के तराई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण सब स्टेशनों के डूब जाने पर कहा कि ऐसे सब स्टेशनों को डूबने से बचाने के लिए ऊंचे स्थानों पर स्थापित करने के प्रयास किये जाएंगे

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार को विधान सभा में सूखे एवं बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के दौरान सदन में विपक्ष द्वारा लगाये गये आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि फसलों की सिंचाई में व्यवधान न आये, इसके लिए 11 केवी के कृषि फीडरों से दिन में 10 घंटे (सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक) विद्युत आपूर्ति की जा रही है। आज यूपीपीसीएल ने यह भी निर्णय लिया है कि स्थानीय कारणों व फाल्ट से किसानों के लिए निर्धारित 10 घंटे की
विद्युत आपूर्ति में बाधा आती है तो उसकी पूर्ति निर्धारित रोस्टर के पश्चात हर-हाल में की जायेगी।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति न होेने के आरोपों पर यह भी कहा कि वैसे तो सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए निर्धारित 18 घंटे की विद्युत आपूर्ति को देने का पूरा प्रयास कर रही है। फिर भी भीषण गर्मी, आंधी, तूफान या अन्य स्थानीय व्यवधानों व फाल्टों के कारण 18 घंटे के रोस्टर के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति न होने पर 17 जून को यूपीपीसीएल ने इस सम्बंध में एक आदेश जारी किया है कि विद्युत आपूर्ति की उस कमी को शिड्यूल के बाद पूरा किया जाये।

उन्होंने खासतौर से आजमगढ़, गाजीपुर के विपक्ष के विधायकों द्वारा विद्युत आपूर्ति में गड़बड़ी एवं ट्रांसफार्मर बदलने में देरी के आरोपों पर कहा कि वर्ष 2012 से 2017 तक प्रदेश में 13 हजार मेगावाट विद्युत की उच्चतम मांग थी और 2016-17 में पीक डिमांड 16110 मेगावाट रही, जबकि वर्तमान में 25 हजार से 28 हजार मेगावाट डिमांड चल रही है। इस वर्ष की अधिकतम मांग 28284 मेगावाट रही। अभी 9 अगस्त को 16494 मेगावाट प्रदेश की सबसे कम डिमांड थी।

इसी प्रकार वर्ष 2022-23 में पूरे देश में 15.11 लाख मिलियन यूनिट बिजली की खपत हुई, जिसमें महाराष्ट्र की 12 प्रतिशत सर्वाधिक खपत रही, इसके बाद उत्तर प्रदेश की 9.5 प्रतिशत खपत रही। वर्ष 2022-23 में महाराष्ट्र की पीक डिमांड 28846 मेगावाट थी और उत्तर प्रदेश की पीक डिमांड 28284 मेगावाट रही। जो साबित कर रहा है कि हम देश में सर्वाधिक विद्युत उपभोगकर्ता बनने जा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि विगत 70 सालों में कुल 10.65 लाख नलकूप कनेक्शन दिये गये। योगी जी के 06 वर्षों के शासन में 4 लाख अतिरिक्त कनेक्शन देने से अब 14.65 लाख नलकूप कनेक्शन हो गये हैं।

इसी प्रकार आजादी के 70 सालों में 12 लाख ट्रांसफार्मर लगाये गये लेकिन वर्ष 2017 से अब तक में 2.50 लाख अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने से अब 14.36 लाख ट्रांसफार्मर हो गये। प्रदेश सरकार द्वारा 6-10 गुना ज्यादा स्पीड के साथ कार्य किया जा रहा है और विगत एक वर्ष में 1 लाख ट्रांसफार्मर लगाये गये।

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