[आधी क्षमता के साथ खोले जायें संस्थान : योगी]
1 सितंबर से खुलेंगे उच्च शिक्षण सस्थान
5 अगस्त से शुरू होगी स्नातक स्तर पर दाखिले की प्रक्रिया
8 अगस्त से शुरू होगी उच्च शिक्षण संस्थानों
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार धीरे-धीरे सभी गतिविधियां सामान्य करने के प्रयास में है। इसी क्रम में सरकार अब शिक्षण संस्थान भी खोलने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि स्वतंत्रता दिवस के बाद प्रदेश में यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेज खोले जायेंगे। प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सुधरती स्थिति को देखते हुए बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों को खोलने का फैसला किया है। इसी के तहत सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश दिवेदी और टीम-9 अधिकारियों के साथ लोकभवन में बैठक की, जिसके बाद 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ सभी स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। प्रदेश में अभी कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जायेगा। इनकी आनलाइन क्लास चलेंगी। माध्यमिक शिक्षा में कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को 50-50 प्रतिशत के अनुपात में स्कूल बुलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को मद्देनजर रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में नवीन सत्र शुरू करने की तैयारी की जाये। सभी बोर्डों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम घोषित हो चुके हैं। ऐसे में स्नातक स्तर पर दाखिले की प्रक्रिया 5 अगस्त से शुरू कर दी जानी चाहिए। माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में भी जिन विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया है, उनके दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाये। इन छात्रों की कक्षाएं स्वाधीनता दिवस की तिथि से शुरू हों। स्वाधीनता दिवस के दिन ‘स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव’ से जोड़ कर आयोजन हों। 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ पठन-पाठन शुरू हों। उच्च शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन हर हाल में एक सितंबर से शुरू करने की तैयारी की जाये।
सरकार ने कोरोना संक्रमण के कारण लगभग डेढ़ साल से बंद स्कूल-कालेजों में पढ़ाई शुरू करने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेज में पढ़ाई के संबंध में चर्चा की। इसके बाद आफलाइन शिक्षण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया पर मुहर लगी। प्रदेश में 16 अगस्त से 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ माध्यमिक और एक सितंबर से उच्च शिक्षण संस्थान खोलने की तैयारी की जा रही है। एक दिन में 50 फीसद छात्रों को ही संस्थान के परिसर में और बाकी 50 प्रतिशत को आनलाइन कक्षाएं संचालित कर पढ़ाया जा सकता है। सरकार की तरफ से शीघ्र ही इसकी गाइडलाइंस जारी होंगी।
योगी ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अध्ययन व अध्यापन शुरू होने के मद्देनजर सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थरमामीटर, मास्क की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये। दो गज की दूरी की अनिवार्यता के अनुरूप व्यवस्था की जाये। हर संस्थान में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन हो। शिक्षण संस्थानों के शुरू होने के साथ 18 साल से ज्यादा उम्र के विद्यार्थियों के टीकाकरण के विशेष शिविर लगाया जाना उचित होगा। स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में पहले से ही सभी जरूरी तैयारी कर ले। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता व सैनीटाइजेशन करायी जाये। शौचालयों की साफ-सफाई हो। कक्षाएं भी स्वच्छ रहें। बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग इस संबंध में जरूरी कार्यवाही करे।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोरोना की स्थिति को देखते हुए नये सत्र को शुरू करने के संबंध में कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में सोमवार को समीक्षा बैठक में टीम-09 अपनी तैयारी से साथ थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के सभी संस्थानों के विद्यार्थियोंको अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी करें। अब बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च व प्राविधिक शिक्षा विभाग जल्द नए सत्र को शुरू करने की कार्य योजना तैयार करेंगे। अभी बेसिक व माध्यमिक स्कूलों में आनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में स्नातक व परास्नातक में दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर 13 सितंबर से कक्षाएं शुरू की जाएंगी। ऐसे में अब आगे कोरोना और काबू में रहा तो कैंपस में कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।