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मंच से केवल 15 टॉपर्स स्टूडेंट्स को दिया जाएगा मेडल
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एक एक तैयारियों का बारिकी से किया गया अभ्यास
लखनऊ। लखनऊ यूनिवर्सिटी में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह का शुक्रवार को अभ्यास किया गया। सबसे पहले परंपरागत स्कॉलर परेड निकाली गई। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ मधुरिमा राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल की भूमिका में रहीं। उन्होंने सभी मेधावी स्टूडेंट्स को प्रतीकात्मक रूप से मेडल पहनाकर रिहर्सल किया. इस दौरान परंपरागत स्कॉलर परेड निकाली गई।
मिनट टू मिनट एक एक बिंदू का किया अभ्यास
उन्होंने प्रतीकात्मक रूप में मेडल पहनाकर रिहर्सल किया। इससे पहले स्कॉलर परेड प्रोक्टर ऑफिस से लेकर आयोजन स्थल मालवीय सभागार तक निकाली गई। उसमें वीसी प्रो. आलोक कुमार राय, रजिस्ट्रार डॉ. विनोद सिंह सहित एलयू की प्रमुख समितियों के सदस्य शामिल रहे। सभी के मन में इस बात की खुशी नजर आई कि वे शताब्दी वर्ष में आयोजित किए जा रहे समारोह का हिस्सा हैं। इस दौरान मिनट टू मिनट एक एक बिंदु को अभ्यास किया गया ताकि दीक्षा समारोह के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो एलयू के कुलगीत, राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय गान से लेकर अनाउंसमेंट सभी बिंदुओं का अभ्यास किया गया। यही नहीं पूरे अनुशासन का भी ख्याल रखा गया। वीसी प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है 15 मेधावियों को शनिवार की सुबह कुलाधिपति और राजपाल आनंदीबेन पटेल पद को से नवाजे जाएंगे।
15 प्रमुख मेडल ही मंच से दिए जाएंगे
दीक्षांत समारोह में 15 प्रमुख मेडल ही दीक्षांत के मंच से दिया जाएगा। इस बार शिवांश मिश्रा को सर्वश्रेष्ठ स्टूडेंट का चांसलर गोल्ड मेडल दिया जाएगा। वहीं समाजकार्य के लिए बेस्ट स्टूडेंट का मेडल और चक्रवर्ती मेडल तेजस्वनी बाजपेई को दिया जाएगा। वहीं बेस्ट एनसीसी कैडेट के लिए रैना शुक्ला को वीसी गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा। गौरतलब है कि इस बार दीक्षांत में राज्यपाल सिर्फ 15 मेडल देंगी बाकी 194 मेडल विभागों में दिए जाएंगे।