नाले में बहे युवक की 30 घंटे बाद मिला शव, JE निलंबित, AE को नोटिस, ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज

  • हादसे के करीब 30 घंटे बाद युवक सुरेश का शव आईआईएम रोड बंधा के पास बरामद हुआ।
  • सीएम योगी ने मृतक सुरेश के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की

लखनऊ । ठाकुरगंज इलाके में बीते शनिवार को भारी बारिश के दौरान खुले नाले में बहने से राधाग्राम निवासी सुरेश (43) की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के करीब 30 घंटे बाद उनका शव आईआईएम रोड बंधा के पास बरामद हुआ। इस हृदयविदारक घटना ने नगर निगम और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को फिर एक बार उजागर कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में तत्काल सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए हैं।

शनिवार को सुरेश ठाकुरगंज इलाके में बारिश के दौरान सड़क पार कर रहे थे। भारी जलभराव के चलते सड़क पर नाले का ढकना नहीं दिखाई दे रहा था और वह उसमें गिरकर बह गए। परिवार और स्थानीय लोगों की सूचना पर प्रशासन ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद रविवार को 30 घंटे की मशक्कत के बाद उनका शव आईआईएम रोड बंधा के पास बरामद हुआ।

लापरवाही पर गिरी गाज,ठेकेदार पर केस दर्ज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद नगर निगम प्रशासन हरकत में आया।नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर अवर अभियंता (JE) रमन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। रमन कुमार पर क्षेत्र की जलनिकासी व्यवस्था और नियमित निरीक्षण की जिम्मेदारी थी। शिकायतों के बावजूद उन्होंने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

इसके साथ ही सहायक अभियंता (AE) आलोक कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। यदि उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया, तो उनके खिलाफ भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

नगर निगम की जांच में यह सामने आया कि ठेकेदार अंकित कुमार ने तय समयसीमा में नाले की सफाई नहीं करवाई, जिससे जलभराव की स्थिति बनी और हादसा हुआ। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। इसके अलावा ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने और ठेके की शर्तों के उल्लंघन के आधार पर आर्थिक दंड (पेनाल्टी) लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

घटना के बाद से इलाके में भारी जनाक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई और जल निकासी को लेकर शिकायतें की जाती हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार केवल कागजों में तैयारी दिखाते हैं। लोगों ने नगर निगम की तैयारियों को कागजी और दिखावटी करार दिया।

मुख्यमंत्री योगी ने की आर्थिक सहायता की घोषणा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक सुरेश के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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