लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के संरक्षण में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनायें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बहन-बेटियां हर रोज अपमानित हो रही है। आपराधिक घटनाओं से प्रदेश का कोना-कोना दहल रहा है। सिर्फ तारीख और शहर बदल रहा, लेकिन दुष्कर्म और अत्याचार नहीं। प्रदेश अपराधों में नम्बर एक हो गया है।
हालात इतने बदतर हो गये हैं कि अब सत्ता संरक्षित भाजपाई गुंडे लगातार अराजकता फैला रहे हैं और पुलिस प्रशासन तक को अपनी इज्जत और सम्मान बचाना मुश्किल हो रहा है। विडम्बना है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों का सरकार ही बचाव करती नजर आ रही है। मेरठ से जो समाचार मिला है वह तो भाजपा सरकार का सिर शर्म से झुका देने के लिए काफी है। यहां एक किशोरी के यौन शोषण के मामले में भाजपा के महानगर महामंत्री अरविन्द गुप्ता मारवाड़ी को आरोपी बनाया गया है।
गुप्ता जी के मामा अधिवक्ता रमेश चन्द्र गुप्ता की तो बार की सदस्यता भी समाप्त कर दी गयी है। उत्तर प्रदेश सहकारी संघ के चेयरमैन पर भी अश्लीलता का आरोप लगा है। रायबरेली के लालगंज कस्बे में रहने वाले एक भाजपा नेता पर एक युवती को धमकी देने का वीडियो वायरल हुआ है। एक भाजपा नेता पर रंगदारी मांगने का भी केस दर्ज हुआ है।
सरकारी स्तर पर अपराध और अपराधियों को खुली छूट का नतीजा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था महज एक मजाक बन कर रह गयी है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में एबीवीपी के गुण्डों ने वहां विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार को जमीन पर गिराकर पिटाई की। पुलिस वालों की वर्दी फाड़ दी गयी, पुलिस असहाय बनी रही। इसी तरह कासगंज में भाजपा विधायक के बेटे ने रेलवे गेटमैन को गुंडों के साथ मिलकर बुरी तरह पीटा। डुमरियागंज में युवा मोर्चे के दबंगों ने एक रेस्टोरेंट में घुसकर मारपीट की।
इन घटनाओं से उत्तर प्रदेश में दिन प्रति दिन बढ़ती बदहाली की झलक मिल रही है। अराजकता और अव्यवस्था के साथ सत्ता से जुड़े लोगों की गुंडई ने पूरे प्रदेश में भय और आतंक का माहौल पैदा कर दिया है। जनता बुरी तरह त्रस्त और आक्रोशित है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा जनता का सामना करने को तैयार रहे।