विशेष संवाददाता लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बड़े शहरों और महानगरों के साथ-साथ छोटे कस्बे और गांव में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए, जिससे वहां के लोगों का विविध क्षेत्रों की संस्कृति से जुड़ाव हो सके।
राज्यपाल रविवार को राजभवन में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज की शासी निकाय की आॅनलाइन बैठक में भाग ले रही थी। बैठक में 9 एजेंडा बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई तथा समिति के सदस्यगणों का सुझाव मांगा गया व अनुमोदन के लिए राज्यपाल के समक्ष विवरण प्रस्तुत किए गए। बैठक से वर्चुअली जुड़ते हुए राज्यपाल ने कहा कि सांस्कृतिक केंद्र द्वारा संबंधित राज्यो में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों को विश्वविद्यालय के साथ जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि संबंधित राज्य में निकटस्थ विश्वविद्यालय से संपर्क कर सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में विश्वविद्यालय की भागीदारी सुनिश्चित करें। राज्यपाल ने कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के माध्यम से विभिन्न राज्यों में आयोजित विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्रदान की जाए।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का विषय, आयोजन स्थल, संबंधित राज्य व कलाकारों आदि की विस्तृत सूची तैयार की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को समिति के समक्ष रखा जाए व उसका समाधान किया जाए। ज्ञातव्य है कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज को केंद्र सरकार से ग्रांट प्राप्त होती है। इसकी गतिविधियों का दायरा सात राज्यों तक विस्तृत है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड तथा बिहार राज्य शामिल हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र से संबंधित सभी राज्यों में विभिन्न राज्यों की कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए स्तरीय कार्यक्रम निरंतर आयोजित किया जाए, जिससे संबंधित राज्य की कला और संस्कृति का संरक्षण व संवर्द्धन हो सके । इस अवसर पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की संयुक्त सचिव अमिता साराभाई, मंडलायक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक सुरेश शर्मा, विशेष सचिव संस्कृति उत्तर प्रदेश सरकार राकेश चंद्र शर्मा सहित संबंधित राज्य हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और बिहार के प्रतिनिधि आनलाइन उपस्थित थे।