वॉशिंगटन। कोरोना वायरस की वजह से स्पेन में मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार के पार हो गया है। इसका असर वहां की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। मार्च में ही स्पेन की सामाजिक सुरक्षा स्कीम से जुड़े 8 लाख से अधिक वर्कर बाहर हो गए हैं। यह आधुनिक इतिहास में किसी महीने की सबसे बड़ी गिरावट है।
देश में लोगों को सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने की शुरूआत 1883 में बनी एक कमेटी से हुई थी। बीसवीं शताब्दी के दौरान कई बार इसमें विस्तार किया गया और आखिरकार 1978 में देश के संविधान के अनुच्छेद 41 के तहत नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार दिया गया। इसमें कहा गया था कि सरकारी एजेंसियां सार्वजनिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली के तहत सभी नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा देंगी।
वहीं, स्पेन में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को 10,000 के पार पहुंच गई। सरकार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में 950 और लोगों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 10,003 पहुंच गई है। उधर, इटली में बुधवार को 727 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही यहां अब मौतों का आंकड़ा 13 हजार 155 हो गया। इटली में लॉकडाउन 13 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।
इस बीच, कोविड-19 की वजह से दुनियाभर में अब तक 48 हजार 276 लोगों की मौत हुई है, जबकि 9 लाख 50 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं। वहीं, दो लाख दो हजार लोग ठीक भी हुए हैं। इधर, कोविड-19 का अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है। पूरे देश में उद्योग धंधे ठप पड़े हैं। खासतौर पर होटल, मैन्यूफैक्चरिंग को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इस बीच, श्रम विभाग ने गुरुवार को बताया कि और 65 लाख वर्करों ने बीते हफ्ते बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन दिया है। यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
आंकड़ों के मुताबिक, 28 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में पहली बार बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन करने वालों की संख्या पिछले सप्ताह से दोगुनी थी। इस बीच,डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रेस गेब्रेयेसियुस ने कहा कि कुछ महीने पहले तक दुनिया में ज्यादातर लोग कोरोनावायरस से अनजान थे। वायरस ने दुनिया के हर हिस्से को प्रभावित किया है और संक्रमण के मामले किसी भी दिन दस लाख लाख तक पहुंच सकता है। वायरस के शुरू हुए चार महीने हो गए। पिछले पांच महीनों से संक्रमण के मामले हर देश में तेजी से बढ़े हैं। पिछले हफ्ते की तुलना में मृतकों की संख्या दोगुनी हो गई है।





