मुंबई। कोरोना वायरस के प्रहार से सोमवार को शेयर बाजार चारों खाने चित हो गए। कल- कारखानों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। तमाम राज्यों में आवागमन रोक दिया गया है। इससे अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगने की आशंका में सेंसेक्स करीब 4,000 अंक टूट गया।
यह शेयर बाजार में एक दिन की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 1,135.20 अंक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 3,935 अंक यानी 13.15 प्रतिशत लुढ़ककर 25,981.24 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 1,135.20 अंक यानी 12.98 प्रतिशत गिरकर 7,610.25 अंक रह गया। वहीं डालर के मुकाबले रुपया 76 रुपए से भी नीचे लुढ़क गया।
सोमवार को कारोबार के शुरुआती दौर में ही शेयर बाजार 10 प्रतिशत से अधिक गिर गए जिसके बाद 45 मिनट के लिए बाजार में कारोबार रोक दिया गया। दुनिया के देशों के साथ आवागमन को पूरी तरह रोक दिए जाने के बाद सोमवार को देश में भी कई राज्यों में लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। निवेशकों में इसको लेकर घबराहट बढ़ी है और उन्हें वैश्विक बाजारों में मंदी छाने की आशंका है। बीएसई में सेंसेक्स में शामिल एक्सिस बैंक का शेयर सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसमें 28 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही।
इसके बाद बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति और एलएंडटी का स्थान रहा। सभी क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों का सूचकांक भी 12 प्रतिशत तक गिर गया। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारतीय शेयर बाजारों के टूटने की बड़ी वजह कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते खतरे के चलते वैश्विक मंदी का बढ़ता डर है। यूरोपीय और एशियाई बाजारों की तुलना में प्रतिशत के हिसाब से घरेलू बाजार काफी नीचे बंद हुए। यह दिखाता है कि देश में कोरोना वायरस के फैलाव के डर से अनिश्चिता बढ़ी है।
सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश अब संवेदनशील दौर में पहुंच चुका है। सरकार ने संकेत दिया है कि हम इस खतरे के एक अहम चरण से गुजर रहे हैं। केन्द्र और राज्य सरकारों ने रविवार को देश के करीब 80 जिलों में आवाजाही पूरी तरह बंद करने की घोषणा की है। इनमें 10-10 जिले महाराष्ट्र और केरल में, छह-छह जिले उत्तर प्रदेश और गुजरात में, पांच – पांच जिले कर्नाटक और हरियाणा में और तीन-तीन जिले तमिललाडु एवं पंजाब के हैं।
इस बीच एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने सोमवार को अगले वित्त वर्ष के लिए देश के वृद्धि दर अनुमान को पुराने 6.5 प्रतिशत से घटाकर 5.2 प्रतिशत कर दिया। इससे भी बाजार में धारणा प्रभावित हुई। चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार पांच प्रतिशत गिरे जबकि यूरोप के शेयर बाजार चार प्रतिशत तक गिरावट लिए रहे।
हालांकि, जापान का शेयर बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ। इस बीच ब्रेंट कच्चा तेल भाव 5.30 प्रतिशत गिरकर 25.55 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। दुनियाभर में कोरोना वायरस से प्रभावितों की संख्या तीन लाख के पार पहंच चुकी है। देश में भी इसके अब तक 400 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।