वॉशिंगटन। दुनिया में करोनावायरस से अब तक दो लाख 48 हजार 653 लोगों की मौत हो चुकी है। 35 लाख 84 हजार 116 संक्रमित हैं, जबकि 11 लाख 61 हजार 677 ठीक हो चुके हैं। इटली में करीब दो महीने बाद लॉकडाउन में थोड़ी राहत दी गई है। यहां 10 मार्च से लॉकडाउन है। पीएम गिउसेप कोंजे ने कहा कि संक्रमण को देखते हुए आगे फैसला लिया जाएगा। वहीं, रूस में एक दिन में 10 हजार 581 नए केस मिले हैं। यहां अब कुल एक लाख 45 हजार 268 मरीज हो गए। यहां 1356 लोगों की मौत हो चुकी है।18 हजार 95 लोग ठीक हो चुके हैं। मॉस्को सबसे ज्यादा प्रभावित है।
ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी का कारण विक्टोरिया प्रांत के मीट प्रोसेसिंग यूनिट को माना जा रहा है। अधिकारियों ने सोमवार को यह खुलासा किया। अधिकारियों के मुताबिक, संक्रमण के 22 नए मामले आए हैं। इनमें 19 संक्रमित मीट प्रोसेसिंग यूनिट के कर्मचारी हैं। इससे पहले इस संयंत्र से 15 मामले सामने आए थे। विक्टोरिया प्रांत में संक्रमितों की संख्या में तेजी को देखते हुए रविवार को यहां 13 हजार लोगों का टेस्ट किया गया। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1406 हो गई है। वहीं, अमेरिका मे 24 घंटे में 1450 लोगों की मौत हो गई।
इसके साथ ही देश में मरने वालों की संख्या 68 हजार 598 हो गई है। 11 लाख 88 हजार 122 संक्रमित हैं। देश के सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क में 24 हजार 648 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लाख 23 हजार 883 संक्रमित हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को फॉक्स न्यूज से इंटरव्यू में दावा किया कि साल के अंत तक हम वैक्सीन बना लेंगे। इस दौरान उन्होंने वायरस को लेकर डेमोक्रेट्स की प्रतिक्रिया की आलोचना की। कहा कि वे इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रविवार को कहा कि इस बात के पक्के सबूत हैं कि वायरस की शुरूआत वुहान की लैब से हुई है। वहीं, इटली में सरकार ने सोमवार से कुछ प्रतिबंधों में राहत दे दी है। लोग अब आसपास घूमने निकल सकते हैं। रेस्टोरेंट से खाना पैक करा सकते हैं। यहां संक्रमण के नए मामलों में कमी देखी जा रही है। सरकार ने अंतिम संस्कार में 15 लोगों के जमा होने की छूट दी है। यहां अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा 28 हजार 884 लोग मारे गए हैं, जबकि दो लाख 10 हजार 717 संक्रमित हैं। इस बीच, जर्मनी में 24 घंटे में 679 नए मामले सामने आए हैं, जो 12 मार्च के बाद सबसे कम है।
वहीं, रविवार से सोमवार के बीच 43 मौतें हुईं, जो 25 मार्च के बाद सबसे कम है। देश में अब तक संक्रमितों की संख्या 1 लाख 63 हजार 175 तक पहुंच गई है, जबकि 6692 मौत हो चुकी है। वहीं, 1 लाख 32 हजार 700 मरीज ठीक हो गए हैं। वहीं, न्यूजीलैंड में सात हफ्ते में पहली बार 24 घंटे में संक्रमण का एक भी केस नहीं मिला। यहां 25 मार्च से लॉकडाउन लगा है, तब से पहली बार संक्रमण का कोई केस नहीं मिला। यहां अब तक 1487 मरीज मिल चुके हैं। 20 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 1276 मरीज ठीक हो चुके हैं।
इससे पहले 16 मार्च को यहां एक भी नया केस नहीं मिला था। पिछले मंगलवार को देश में लॉकडाउन का लेवल 4 से 3 कर दिया गया। पीएम जेसिंडा अर्डर्न के मुताबिक, अब चार लाख लोग काम पर जा रहे हैं। उधर, दक्षिण कोरिया में रविवार को बाहर से आए लोगों के 8 नए मामले मिले। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, स्थानीय लोगों में एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसका मतलब है कि देश में महामारी नियंत्रण में है।
देश में अब तक 10 हजार 801 केस मिल चुके हैं, जबकि 252 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, रविवार तक 10 हजार 10,801 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वहीं, ब्राजील में संक्रमण के मामले एक लाख के पार हो गए हैं। मरने वालों की संख्या 7025 हो गई है। 24 घंटे में 4588 नए केस मिले और 275 लोगों की मौत हुई। रियो डी जेनेरियो में सैकड़ों लोगों ने राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थन में रैली निकाली।
दूसरी तरफ, रियो डी जेनेरियो के गवर्नर विल्सन विट्जेल ने बोल्सोनारो के मार्च की आलोचना करते हुए ट्वीट किया- राष्ट्रपति ऐसे समय प्रदर्शन में भाग लेकर एक गलत उदाहरण पेश कर रहे हैं, जब स्थानीय अधिकारी वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए लोगों को आइसोलेशन के लिए कह रहे हैं। उधर, जापान में संक्रमण का मामला बढ़ता ही ज रहा है। यहां रविवार को 200 नए केस मिले। देश में संक्रमण के अब तक 15 हजार 769 मरीज हो गए हैं, जबकि 523 लोगों की मौत हो चुकी है। जापान के सार्वजनिक प्रसारक एनएचके के अनुसार, पीएम शिंजो आबे 31 मई तक आपातकाल बढ़ा सकते हैं।