लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि चकबन्दी का कार्य मिशन मोड में करें तथा किसानों को स्वैच्छिक चकबंदी कराने के लिए तैयार करें। उन्होंने चकबन्दी कार्य में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त स्टाफ लगाने के भी निर्देश भी दिए है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को लोक भवन में चकबन्दी अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चकबन्दी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े। इसके लिए जरूरी है कि चकबन्दी का कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को चकबन्दी प्रक्रिया में लम्बित मुकदमों में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चकबन्दी का उद्देश्य कृषि कार्यों में सुगमता लाना है। वर्तमान सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। उन्होंने गोरखपुर के ग्राम चिलबिलवा तथा हाथरस के ग्राम गोपालपुर का उदाहरण देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को स्वैच्छिक चकबन्दी के लिए तैयार करें। इसके लिए अधिकारी नियमित रूप से ग्रामवासियों से सम्पर्क करें व चकबन्दी के लाभों के विषय में अवगत कराएं।
उन्होंने चकबन्दी आयुक्त को प्रतिदिन इन मुकदमों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चकबन्दी कार्यों में तेजी लाने के लिए चकबन्दी विभाग को पूर्णतया कम्प्यूटरीकृत किया जाए। चकबन्दी से प्राप्त सरप्लस भूमि का उपयोग गोचर भूमि, खेल का मैदान, चिकित्सालय, विद्यालय आदि बनाने में किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि तालाब की भूमि को तालाब के रूप में ही उपयोग किया जाए। इस अवसर पर राजस्व राज्यमंत्री विजय कश्यप, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।