विशेष संवाददाता लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने पहुंचे। भागवत इन दिनों लखनऊ दौरे पर हैं। ऐसा माना जा रहा है कि वह संघ के विस्तार से जुड़े मुद्दों पर मंथन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में संघ प्रमुख से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रदेश सरकार के कामकाज, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह सहित सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। सीएम योगी और मोहन भागवत के बीच यह मुलाकात 45 मिनट तक चली। सीएम योगी ठीक 5.25 पर आए और 6.15 पर मुलाकात कर निकल गए।
गौरतलब है कि अवध प्रांत में 13 प्रशासनिक जिले, 26 संघ जिले, 174 खंड, 1819 मंडल हैं। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में 1765 और शहरी क्षेत्रों में 442 से अधिक शाखाएं संचालित हैं। शाखा के अतिरिक्त साप्ताहिक मिलन और मासिक मंडली के रूप में संघ का कार्य लगभग सभी न्याय पंचायतों तक पहुंच गया है। तीन दिवसीय दौरे में अवध प्रांत में संघ के कामकाज की समीक्षा के साथ आगामी योजना कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी। आरएसएस प्रमुख अवध प्रांत के दौरे में कुटुंब बोधन, पर्यावरण संरक्षण, धर्म जागरण, ग्राम विकास, सामाजिक समरसता और गो सेवा गतिविधियों की भी समीक्षा करेंगे।
माना जा रहा है कि भागवत अवध में संघ के विस्तार, राष्ट्रवाद के मुद्दों को धार और हिन्दुत्व के मुद्दों पर मंथन करेंगे। संघ ने इसे वार्षिक प्रवास बताया है। इस दौरान संघ प्रमुख संगठनात्मक कार्यों के विस्तार एवं आगामी योजना की समीक्षा करेंगे। दरअसल, शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ रहे संघ का जोर शाखा और संगठन विस्तार पर है। हर ग्राम पंचायत तक शाखा और संघ कार्य को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि सियासी दृष्टि से भी सरसंघचालक का यह प्रवास बेहद महत्वपूर्ण है।
सनातन पर हमलों, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होने और आगामी लोकसभा चुनाव जैसे विषयों पर आरएसएस की पैनी नजर है। आरएसएस प्रमुख भागवत का यह प्रवास कई मामले में अहम माना जा रहा है। हालांकि भागवत के प्रवास से पहले 19 सितंबर को संघ परिवार की समन्वय बैठक हो चुकी है। इसमें सामाजिक व राजनीतिक परिदृश्य की विस्तार से समीक्षा हुई थी। इस बैठक के एक सत्र में संघ परिवार के विभिन्न संगठनों के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी व प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह तथा आखिरी सत्र में सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक की मौजूदगी थी।