लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार रात गोरखपुर महानगर में रेलवे स्टेशन, कचहरी बस अड्डा और झूलेलाल मंदिर के रैनबसेरों का निरीक्षण किया और जरूरतमंदों को कंबल व भोजन वितरित किया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो दिवसीय दौरे पर अपने गृह नगर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर में दिन भर कार्यक्रमों के बाद शनिवार रात तीन रैन बसेरों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर जरूरतमन्द को रैन बसेरों में अच्छी सुविधा दी जाए। योगी ने कहा कि प्रशासन इस कार्य को प्राथमिकता पर करते हुए यह सुनिश्चित करे कि सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर व कम्बल का इंतजाम हो। साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाए। अगर किसी के पास भोजन की व्यवस्था नहीं है, तो उसे भोजन भी उपलब्ध कराया जाए।
यहां जारी एक बयान में कहा गया कि योगी ने रैन बसेरे में ठहरे लोगों से बातचीत कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से जरूरतमन्दों को कम्बल व भोजन का वितरण भी किया। इन रैनबसेरों में ग्वालियर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, अम्बेडकरनगर, बस्ती, गाजीपुर के लोग रुके हुए थे। रैन बसेरों के बाहर जरूरतमन्द लोगों में कम्बल व भोजन वितरित करने के दौरान मुख्यमंत्री ने उनसे राशन कार्ड, आवास आदि योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कैम्प लगाकर हर जरूरतमन्द को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाए। रैन बसेरों के निरीक्षण के उपरान्त पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण ठण्ड और शीतलहर से आमजनमानस के बचाव के लिए हर जनपद को पर्याप्त मात्रा में कम्बल खरीद व वितरण के लिए धनराशि जारी की गई है। ऊनी वस्त्र वितरित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर पर्याप्त संख्या में अलाव की भी व्यवस्था की जा रही है।
योगी ने कहा कि भीषण ठण्ड से बचाव के मुकम्मल उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री के साथ ही एक विधायक होने के नाते भी वह रैन बसेरों और ठण्ड से बचाव के लिए किए गए उपायों की जानकारी लेने के लिए निरीक्षण पर निकले हैं। पूरे प्रदेश में एक अभियान के तहत जनप्रतिनिधि भी कम्बल और ऊनी वस्त्र वितरित कर रहे हैं। यह हमारी प्रतिबद्धता है और जिम्मेदारी भी है।