वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन देश की आव्रजन प्रणाली में करुणा और व्यवस्था बहाल करने को लेकर बेहद स्पष्ट हैं और उन्होंने पिछले कुछ सप्ताह में इस संबंध में जिन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं, वे महज शुरुआत हैं।
व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा, अभी तक जिन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, वह महज शुरुआत है। प्रवक्ता ने कहा, राष्ट्रपति बाइडन आव्रजन प्रणाली में करुणा एवं व्यवस्था बहाल करने और गत चार वर्षों की विभाजनकारी, अमानवीय और अनैतिक नीतियों में सुधार करने को लेकर बेहद स्पष्ट हैं। आने वाले सप्ताहों और महीनों में हम इस पर ध्यान देंगे।
एक प्रभावशाली आव्रजन की वकालत करने वाले भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह ने बाइडन प्रशासन से आग्रह किया था कि वह भारत में जन्मे किसी भी व्यक्ति को एच1बी वर्क वीजा तब तक ना दे, जब तक कि ग्रीन कार्ड या स्थाई कानूनी निवास पर भेदभावपूर्ण नीति खत्म ना हो। इस संबंध में किए सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने यह जवाब दिया। एच-1बी वीजा एक गैर आव्रजक वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता वाले पेशेवरों को काम पर रखने की इजाजत देता है।