लखनऊ।उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) और केंद्रीय रजिस्ट्री ऑफ सेक्यूरिटाइजेशन एसेट रिकंस्ट्रक्शन एंड सिक्योरिटी इंटरेस्ट (सीईआरएसएआई) के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ में केंद्रीय केवाईसी अभिलेख रजिस्ट्री (सीकेवाईसीआरआर) पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उमेश कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीईआरएसएआई, नई दिल्ली रहे। उनके साथ रॉबिन रावल, अतिरिक्त निदेशक, वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू-इंडिया); वीरेन मोहन, उप महाप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक(मुंबई), प्रभात कुमार शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी, बैंक ऑफ बड़ौदा, शैलेन्द्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, लखनऊ अंचल एवं संयोजक, एसएलबीसी (उ.प्र.), सुधांशु कुमार सिंह, महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, प्रधान कार्यालय; वी.पी. सिंह, उप महाप्रबंधक, सीईआरएसएआई तथा निधि कुमार, उप महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं प्रमुख, एसएलबीसी (उ.प्र.) भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में एसएलबीसी (उत्तर प्रदेश) के महाप्रबंधक एवं संयोजक ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि सीकेवाईसीआरआर देश में एक ग्राहक एक केवाईसी की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह व्यवस्था बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और सुदृढ़ बनाती है। उन्होंने कहा कि इस केंद्रीकृत व्यवस्था से ग्राहकों को सुविधा मिलेगी और वित्तीय संस्थाओं में डाटा गुणवत्ता एवं अनुपालन सुनिश्चित होगा।
राष्ट्रीय एकता दिवस पर दिलाई शपथ
मुख्य अतिथि उमेश कुमार सिंह ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं और उन्हें राष्ट्रीय एकता एवं सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। अपने संबोधन में उन्होंने सीकेवाईसी के महत्व, केवाईसी प्रक्रिया की बारीकियों और सतर्कता प्रशासन से जुड़े पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय रिज़र्व बैंक, वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू-इंडिया) तथा सीईआरएसएआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्रमशः केवाईसी/एएमएल, मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम और सीकेवाईसी विषयों पर प्रस्तुति दी। पैनल चर्चा के माध्यम से प्रतिभागियों को तकनीकी जानकारी, व्यावहारिक समाधान और अनुपालन से संबंधित मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के अंत में महफूज निशात, उप महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने सभी अतिथियों एवं संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सीकेवाईसीआरआर प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी सदस्य बैंकों एवं रिपोर्टिंग संस्थाओं से शून्य त्रुटि रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने की अपेक्षा की गई है।





