पटना। असम की तर्ज पर पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) लागू कराने की तैयारी कर रही केंद्र सरकार में भाजपा के सहयोगी दल भी इससे सहमत नहीं दिख रहे हैं। कई मुद्दों पर केंद्र सरकार से अलग रुख दिखा चुकी जदयू भी शुक्रवार को एनआरसी का विरोध करने वालों की सूची में शामिल हो गई। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतिश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह अपने यहां एनआरसी को लागू नहीं कराएंगे।
नीतिश ने यहां मीडिया से कहा, काहे का एनआरसी? बिल्कुल लागू नहीं होगा। उन्होंने यह बात इंडिया रोड कांग्रेस के 80वें वार्षिक सत्र से बाहर निकलने के बाद अपने वाहन की तरफ जाते समय कही। नीतिश कुमार एनडीए के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने पूरे देश में तनाव और प्रदर्शनों का कारण बन रही एनआरसी को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।
नीतिश से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी और कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी एनआरसी को लागू करने से इनकार कर चुके हैं। हालांकि नीतिश कुमार की तरफ से एनआरसी का विरोध नया नहीं है। वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर असम में एनआरसी लागू किए जाने के समय भी इसकी आलोचना कर चुके हैं।
शुक्रवार को एनआरसी को लेकर स्पष्ट इंकार करने से पहले बृहस्पतिवार को भी उन्होंने गया में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में कहा था कि वह गारंटी देते हैं कि किसी भी अल्पसंख्यक के साथ गलत व्यवहार नहीं होगा।