पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात कर अपने पिता और लोजपा संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा, जैसा कि चिराग कह रहे हैं, उनका कल दिल्ली में लालू यादव से मिलने का कार्यक्रम है। यदि उनका स्वास्थ्य अनुमति देता है तो वह रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए पटना भी आ सकते हैं। चिराग ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस द्वारा लोजपा के अन्य सांसदों के साथ मिलकर उन्हें पार्टी में दरकिनार कर दिए जाने के बाद, तेजस्वी के साथ आने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि इस मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिये।
राजद नेता तेजस्वी ने कहा, जब लालू जी ने खुद यह इच्छा व्यक्त की है कि हम दोनों एक साथ आएं तो मेरे कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। बिहार के जमुई लोकसभा क्षेत्र से सांसद चिराग ने कहा, मेरे और तेजस्वी भाई के बीच आज की बैठक का राजनीति से कोई लेना.देना नहीं है। अगर मेरे पिता जीवित होते तो वे निश्चित रूप से लालू जी और उनके परिवार को मेरे परिवार में होने वाले किसी भी समारोह का हिस्सा बनाना पसंद करते। मैं सिर्फ परंपरा को आगे बढ़ा रहा हूं।
चिराग से यह भी पूछा गया कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निमंत्रण दिया है, उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। चिराग नीतीश का लगातार विरोध करते रहे हैं।
लोजपा नेता ने यह भी कहा उनसे मिलने का समय मिलना, खासकर जब मेरा मामला हो, कठिन प्रतीत होता है। ऐसे अवसरों पर लोगों से मिलने के लिए कुछ समय निकालने में संकोच नहीं करना चाहिए। रामविलास पासवान की पुण्यतिथि 12 सितंबर को है। चिराग ने मंगलवार को इस अवसर के लिए छपे निमंत्रण कार्ड के स्क्रीनशॉट साझा किए थे। निमंत्रण कार्ड पर पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज के नाम भी हैं जिन्होंने चिराग से मुंह मोड़ लिया है।