लखनऊ। साहिब श्री गुरू अरजन देव जी महाराज दी पावन शहीदी को समर्पित कीरतन समागम रविवार को मनाया गया। समागम में पंथ की सिरमौर हस्ती सिंह साहिब गि. कुलदीप सिंह जत्थेदार श्री अकाल तख़्त साहिब साहिब श्री अमृतसर के सदस्यो के साथ संगत के दर्शन किए, साथ ही सेवाओं के सम्मान करते हुये कौम की नयी पीढ़ी नाम सिमरन अवार्ड- जसलीन कौर एक स्कूटी कीर्तन अवार्ड जसलीन कौर -तरन कौर 2 व,अगम सिहं, कंवलप्रीत सिंह 2- बच्चों को 6- साल के लिये शिक्षा हेतू स्कालर शिप अवार्ड, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी नवाब गंज की और से जसलीन कौर को 4 साल के कोर्स के लिये 100 प्रतिशत स्कालरशिप अवार्ड, इन्दिरा गांधी उड़ान अकादमी में पायलट की ट्रेनिंग हेतू ऐकम जोत सिंह को 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व प्रदेश की अन्य कमेटियों को सम्मानित किया। निर्मल सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा आलमबाग ने बताया कि सिंह साहिब ने महाराजा रणजीत सिंह मल्टी एक्टविटी हाल ( सेवा स. भूपिनदर सिंह तलवार परिवार ) भई जसबीर सिंह खालसा हाल ( सेवा – माता गोबिन्द कौर आन्नद संदीप् सिंह आन्नद ) व गुरू गोबिन्द सिंह स्टडी सर्कल द्वारा लगाये जा रहे गुरमति कैम्प का उद्घाटन किया साहिबजादा पार्क में पौधा रोपण किया। लखनऊ व प्रदेश से आयी हुये प्रबंधक कमेटियों के मुख्य सेवादार व निष्काम भावना से समाजिक सेवा के लिये श्री अकाल तख़्त साहिब श्री अमृतसर साहिब की और से सम्मानित किया। निर्मल सिंह अध्यक्ष ने बताया कि पंथक मसलों पर विस्तार से जानकारी देते हुये सिंह साहिब भविष्य की योजनाओं का जिÞक्र करते हुये पीलीभीत में सिक्खों को क्रिश्चियन बनाये जा मसले पर भी बातचीत की।
मीडिया प्रभारी हरजीत सिंह ने बताया कि भूपिन्दर सिंह तलवार , मंजीत सिंह तलवार, संदीप सिंह आनन्द, मंदीप सिंह बजाज, गुरजीत सिंह छाबड़ा, दमन सिंह सेठी, बलजीत सिंह टोनी, रतपाल सिंह गोल्डी, हरविन्दर सिंह लार्ड कानपुर, सतविन्दर सिहं उन्नाव, इन्दरप्रीत सिंह इलाहाबाद, रंजीत सिंह अरोड़ा, सतनाम सिंह सेठी, सर्वजीत सिंह वालिया, राजेन्द्र सिंह जिन्दर, हरमिन्दर सिंह मिन्दी ,सर्वजीत सिंह झंडू, परमजीत सिंह झंडू ,राजेन्द्र सिंह राजू, गुरचरन सिंह राजा व सभी गुरुद्वारा कमेटियाँ व सेवा सोसायटी लखनऊ को सम्मानित किया।
विशेष कीर्तन दरबार का आयोजन
लखनऊ। गुरुद्वारा यहियागंज में आज सिक्खों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी की शहीदी को समर्पित विशेष कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि डॉ गुरमीत सिंह के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में श्री दरबार साहिब अमृतसर से आए प्रोफेसर भाई जगरूप सिंह जी ने शबद कीर्तन द्वारा संगतो को निहाल किया। कच्ची लस्सी की छबील लगाई गई एवं गुरु का लंगर वितरित किया गया। जहांगीर ने सन 1606 में गुरु अर्जन देव जी को यासा के नियम के तहत शहीद करने का फरमान जारी किया था, यासा में शहीद के खून की बूंद जमीन पर नहीं गिरती गुरुजी को गर्म तवे पर बैठाकर शहीद किया गया।