संवाददाता लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विद्यार्थियों को भी प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने विद्यार्थियों की शिकायतों को सुनने, उनकी व्यक्तिगत समस्याओं की भी जानकारी रखने और उसके समाधान के लिए सहयोग करने पर भी जोर दिया। आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए तैयार एसएसआर रिपोर्ट के प्रस्तुतीकरण की समीक्षा के दौरान कहीं। विश्वविद्यालय पहली बार नैक ग्रेडिंग के लिए मूल्यांकन के लिए एसएसआर दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। राज्यपाल ने प्रस्तुतीकरण में नैक के लिए मूल्यांकन के सभी सातों क्राइटेरिया पर विश्वविद्यालय की नैक कमेटी के सदस्यों से प्रत्येक बिंदु पर तैयारियों की जानकारी ली।
स्किल कोर्सेज में शार्टहैण्ड और टाइप के कौशल वृद्धि वाले कोर्सेज जोड़ने का सुझाव
बैठक में क्राइटेरिया-एक के प्रस्तुतीकरण के दौरान भाषा विश्वविद्यालय की प्रकृति के अनुरूप स्किल कोर्सेज में शार्टहैण्ड और टाइप के कौशल वृद्धि वाले कोर्सेज जोड़ने का सुझाव दिया गया। जबकि क्राइटेरिया-दो के विवरण को देखते हुए राज्यपाल ने एक ही प्रवृति के फोटो न लगाकर विविध गतिविधियों के फोटो लगाने को कहा। क्राइटेरिया-तीन के अवलोकन में भी राज्यपाल जी ने सुधार के व्यापक निर्देश दिये। उन्होंने शोध विवरण में शोध विद्यार्थियों के फोटो दर्शाने, फोटोग्राफ को छायाप्रति में न दर्शाकर उच्च गुणवत्ता के वास्तविक फोटो लगाने, विश्वविद्यालय के नाम के ही पेटेंट विवरण में जोड़ने, गतिविधि युक्त फोटो लगाने और एक्सटेंशन गतिविधि के विवरण में विश्वविद्यालय परिसर के बाहर की गतिविधियों के फोटो जोड़ने पर जोर दिया।
उन्होंने पुस्तकालय में बेहतर पुस्तकों का संग्रह बढ़ाने के लिए कहा। इसके लिए उन्होंने अन्य विश्वविद्यालय तथा कॉलेजों की पुस्तकों की उपलब्धता के लिए एमओयू करने तथा विद्यार्थियों को उनकी पुस्तकों की आॅनलाइन उपलब्धता कराने के लिए कार्य करने को कहा। उन्होंने विश्वविद्यालय की आईटी पॉलिसी में भी आवश्यक संशोधन के निर्देश दिये और क्राइटेरिया-चार के विवरण में म्यूजियम का विवरण भी जोड़ने को कहा। क्राइटेरिया-पांच में स्टूडेंट सर्पोट एंड प्रोग्रेस का विवरण देखते हुए राज्यपाल ने देश के विकास के लिए संचालित हो रही नवीनतम गतिविधियों पर कार्यशालाएं आयोजित करने, यूनीफार्म सिविल कोड पर विद्यार्थियों की स्पीच आयोजित कराने और विश्वविद्यालय के बाहर इस पर जानकारी के कार्यक्रम आयोजित कराने को कहा।
विश्वविद्यालय के गत पांच वर्षों के विकास को प्रस्तुतीकरण में दर्शाने की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने मुख्य मार्ग से विश्वविद्यालय तक जाने वाले मार्ग को पक्का कराने के लिए कहा। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर एक जैसे फार्मेट पर प्रस्तुतिकरण बनाने को कहा। उन्होंने नैक के उच्चतम ग्रेड के लिए तैयारी करने को प्रेरित किया। बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, कुलपति प्रो एनबी सिंह तथा विश्वविद्यालय की नैक टीम के सभी सदस्य उपस्थित रहे।