लखनऊ। पर्यटन भवन में चल रहे पांच दिवसीय सिल्क एक्सपो-2020-21 के समापन के मौके पर सचिव एवं निदेशक रेशम नरेंद्र सिंह पटेल ने मंगलवार को सबसे ज़्यादा बिक्री करने वाले व्यापारियों व बुनकरों को सम्मानित किया।
प्रदर्शनी में वाराणसी की बनारसी वीवर्स शाप को सबसे ज़्यादा बिक्री के मामले में पहला स्थान मिला, जबकि आजमगढ़ के सादिया बनारसी साड़ी को द्दूसरा स्थान मिला। इनके अलावा आजमगढ़ के ही फाइव डिवाइन सिल्क ने तीसरा स्थान पाने में सफलता मिली। इन सभी को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
बता दें कि रेशम निदेशालय द्वारा शुद्ध रेशमी वस्त्रों की पहचान कराने और रेशम उद्योग का बढ़ावा देने के मकसद से गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में 29 जनवरी से 02 फरवरी तक पांच दिवसीय सिल्क एक्सपो का आयोजन किया गया था। इसमें उत्तर प्रदेश सहित बिहार, मध्य प्रदेश, नई दिल्ली और छत्तीसगढ़ राज्यों के 29 सिल्क उत्पादकों एवं व्यापारियों के हिस्सा लिया।
पांच दिनों तक आयोजित सिल्क एक्सपो में लगभग 50 लाख रुपये के रेशमी वस्त्रों की खरीददारी की गयी।
सिल्क एक्सपो में रेशम उत्पादन की सभी विधाओं जैसे भोज्य वृक्षों, कीटपालन, धागा उत्पादन का सजीव प्रदर्शन भी किया गया, जो लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा। इस एक्सपों में केंद्रीय रेशम बोर्ड के सिल्क मार्क संगठन द्वारा भी शुद्ध रेशमी वस्त्रों की पहचान के लिए स्टाॅल लगाये गये थे।