लखनऊ। मोटापा, डायबिटिज व कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनकी वजह खराब जीवनशैली है। अपनी दिनचर्या में सुधार लाकर इन तमाम रोगों से बचा जा सकता है। यह जानकारी संजय गांधी पीजीआई के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. आदित्य कपूर ने दी।
वह रविवार को संस्थान में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आयोजित कार्यक्रम हो सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अस्वस्थ जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों के कारण होने वाली बीमारियों को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां कहा जाता है। ये बीमारियां न तो संक्रमण से फैलती हैं, न ही आनुवंशिक होती हैं। शारीरिक सक्रियता की कमी, तनाव के बढ़ते स्तर, अनिद्रा, जंक फूड के सेवन और गैजेट्स के बढ़ते चलन से जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पहले इन बीमारियों को वयस्कों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब ये तेजी से युवाओं को ही नहीं, बच्चों को भी अपना शिकार बना रही हैं।
अनुशासित जीवनशैली द्वारा न केवल इनसे बचा जा सकता है, बल्कि अगर खराब जीवनशैली और किन्हीं अन्य कारणों से इनकी चपेट में आ जाएं तो अपनी जीवनशैली में परिवर्तन लाकर इन्हें नियंत्रित भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कुछ बेसिक एक्सरसाइज करके हम खराब जीवन शैली से होने वाली बीमारियों को रोक सकते हैं। इस मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. आर के धीमन ने इस तरह के कार्यक्रमों की सराहना की और ऐसे ही अधिक आउटरीच कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी चुनौती खराब जीवन शैली और गलत आहार से होने वाली बीमारियां जैसे डायबिटीज और मोटापा हैं।
उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए और शारीरिक गतिविधियों पर विशेष बल दिया। डाइटिशियन मोनिका ने कार्यक्रम में अन्न श्री के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि भोजन को एक दवा के रूप में समझदारी से प्रयोग करना चाहिए, जिससे अनावश्यक रूप से दवाओं का प्रयोग कम किया जा सके या बंद किया जा सके। उन्होंने कहा कि संतुलित खान-पान और नियमित रूप से एक घंटे तक व्यायाम करने से पेट की बीमारियों को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। कार्यक्रम में आहार विज्ञान विभाग के नोडल अधिकारी प्रो एल के भारती द्वारा पोषण के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि शरीर के पोषण के लिए पोषक तत्वों की बहुत जरूरत होती है।
पोषक तत्वों को संतुलित आहार से जोड़कर देखा जाता है। संतुलित आहार से ही अलग-अलग तरह के पोषक तत्व मिलते हैं। शरीर में पोषक तत्व अगर अच्छी मात्रा में मौजूद हों, तो सभी अंग ठीक से काम कर पाते हैं। वहीं अगर शरीर को भरपूर मात्रा में पोषण न मिले, तो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले लेती हैं। इसकी कमी से त्वचा की समस्या, कमजोरी, याददाश्त कम होना, अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।