Ayodhya : गैंगरेप पीड़िता से BSP प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात, DNA परीक्षण की मांग को बताया गैरजरूरी

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात की तथा हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान, पाल ने मामले में आरोपी समाजवादी पार्टी (सपा) के एक कार्यकर्ता और उसके नौकर की डीएनए जांच व नारको परीक्षण कराने की मांग करने के लिए सपा की आलोचना भी की।

पाल ने रविवार को कहा, बसपा अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर मैं जिला और मंडल स्तर के पार्टी पदाधिकारियों के साथ शनिवार को पीड़िता के घर गया। पीड़िता की मां से मुलाकात के दौरान हमने उसे आश्वस्त किया कि उसे न्याय मिलेगा। बसपा पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। बसपा नेता ने दावा किया कि पीड़िता पिछड़े समाज से आती है और बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद ही इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा, लेकिन मैं शुक्रगुजार हूं कि मुख्यमंत्री ने देर से ही सही, लेकिन इसका संज्ञान लिया और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।

पाल ने कहा, हमसे मुलाकात के दौरान पीड़िता की मां ने बताया कि कुछ लोग परिवार पर सुलह-समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। मैंने कहा कि आपको किसी से डरने और दबाव के आगे झुकने की जरूरत नहीं है, आपको न्याय मिलकर रहेगा। बसपा नेता ने बताया कि वह पीड़िता से मिलने के लिए महिला अस्पताल भी पहुंचे और चिकित्सालय अधीक्षक से मुलाकात कर उसका बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के लिए कहा।

उन्होंने मामले में पीड़िता और आरोपियों का नारको एवं डीएनए परीक्षण कराने की सपा की मांग को गैरजरूरी बताया। पाल ने कहा, अगर पीड़िता खुद बयान दे रही है कि किन लोगों ने उसके साथ यह शर्मनाक कृत्य किया, तो हमें लगता है कि डीएनए परीक्षण की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने दो महीने से अधिक समय तक पीड़िता की शिकायत को नजरअंदाज किया और जब बसपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर दबाव बनाया, तब जाकर मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई।

बसपा नेता ने कहा कि सुनने में आया है कि मुख्य आरोपी सपा की नगर इकाई का अध्यक्ष है। उन्होंने दावा किया कि मुख्य आरोपी ने तालाब और मजार की भूमि पर भी कब्जा कर रखा है। पाल ने सपा पर आरोपियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। अयोध्या पुलिस ने 30 जुलाई को जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा नगर में बेकरी चलाने वाले मोईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को 12 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था।

पुलिस के मुताबिक, दोनों ने दो महीने पहले नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया था। घटना का खुलासा तब हुआ, जब हाल ही में मेडिकल जांच में पता चला कि पीड़िता गर्भवती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि मोइद खान समाजवादी पार्टी का सदस्य है और फैजाबाद के सपा सांसद अवधेश प्रसाद की टीम का हिस्सा है।

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