-लविवि के इंजीनियरिंग संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल की ओर से वेबिनार आयोजित
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) संकाय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल की ओर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग पर औद्योगिक क्रांति का प्रभाव विषय पर वेबिनार का आयोजन बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) छात्रों के लिए हुआ।
वेबीनार मे एआईएस कंपनी के प्रोडक्शन प्लानिंग और कंट्रोल विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष एपी श्रीवास्तव ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय औद्योगिक क्रांति के बारे में बताते हुए उद्योगों पर उसके प्रभावो का विश्लेषण किया। उन्होंने बताया कि प्रथम औद्योगिक क्रांति में उत्पादन को यंत्रीकृत (मैकेनाइज्ड) करने के लिए पानी और भाप का प्रयोग, द्वितीय क्रांति में उत्पादन को बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिक क्षमता का उपयोग और तीसरी क्रांति में उत्पादन को स्वचालित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया।
चतुर्थ औद्योगिक क्रांति को विस्तृत रूप से समझाते हुए बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक व 3 डी प्रिंटिंग की सहायता से प्रत्येक कस्टमर की विविध आवश्यकताओं को एक ही मशीन पर आकार दिया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने मशीनों में स्वनिर्णय क्षमता को पैदा किया है, जिससे मशीनें पहले से अधिक कार्य निपुण हो गई हैं। ब्लॉकचेन तकनीकी के बारे में बताया कि यह तकनीक क्रिप्टो करेंसी के अस्तित्व को सक्षम बनाती है। क्रिप्टो करेंसी विनियम का एक माध्यम है, जो धन के हस्तांतरण को सत्यापित करने के लिए इंक्रिप्शन तकनीकी का उपयोग करती है। वेबिनार का आयोजन असिस्टेंट प्रोफेसर संदीप कुमार गुप्ता और असिस्टेंट प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने किया।