-विवि की कार्य परिषद बैठक में लिये गये अहम फैसले
लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (एकेटीयू) की मंगलवार विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में कार्य परिषद की 37वीं बैठक आॅनलाइन माध्यम से आयोजित की गयी। बैठक में कई अहम मुद्दों पर निर्णय लिए गये। परिषद में 61 वीं विद्या परिषद और 55 वीं वित्त समिति की बैठक के कार्यवृत्त पर सर्वसम्मति से अनुमोदन प्रदान किया गया।
परिषद में पांच नवीन शोध संस्थानों को खोले जाने पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गयी। जिसमें स्कूल आॅफ एडवांस्ड स्टडीज (स्नातक), स्कूल आॅफ फार्मेसी एवं फार्मास्यूटिकल रिसर्च, स्कूल आॅफ बायोलॉजिकल साइंस एवं सेंटर फार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं बायोमेडिकल इंजीनियरिंग शामिल हैं। इनोवेशन, इन्क्यूबेशन एवं स्टार्टअप के कार्य को वृहद् स्तर पर आईआईटी, कानपुर के साथ मिलकर किये जाने पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गयी।
परिषद में सम्बद्ध संस्थानों के 10 विद्यार्थियों को विवि द्वारा 15 हजार रुपये माह की इंटर्नशिप प्रदान करने के प्रस्ताव को हरी झंडी प्रदान की गयी। शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तीन पोस्ट डाक्टरल फेलोशिप की शुरूआत किये जाने पर सहमति से अनुमोदन प्रदान किया गया। यह फेलोशिप क्रमश: 70 हजार रुपये, 75 हजार रुपये और 80 हजार रुपये प्रतिमाह प्रदान की जाएगी।
निजी संस्थानों को शैक्षिक स्वायत्तता प्रदान करने के प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की विनियमावली के अनुसार निजी संस्थानों को शैक्षिक स्वायत्तता प्रदान किये जाने पर सहमति बनी। विवि द्वारा टीईक्यूआईपी-3 का 96 प्रतिशत बजट का सफलतापूर्वक उपभोग कर लिया है। साथ ही विवि टीईक्यूआईपी-3 परियोजना के कार्यान्वयन में देश में प्रथम स्थान पर रहा है। इस पर परिषद ने प्रशंसा व्यक्त की।
बैठक में प्राविधिक शिक्षा विशेष सचिव सुनील चौधरी, आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, आईआईटी, रुड़की के प्रो सुनील बाजपेई, एआईसीटीई नामिनी प्रो. एसके अवस्थी, सीसीएस मेरठ विवि से प्रो. ह्रदय शंकर सिंह, एमएमएमयूटी के प्रो. गोविन्द पांडये, सुमेर अग्रवाल, विवेक नथानी, विवि के प्रतिकुलपति प्रो. विनीत कंसल, कुलसचिव नंद लाल सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, आरईसी, बांदा के निदेशक प्रो. एसपी शुक्ला सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।