लखनऊ। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डा लालजी प्रसाद निर्मल ने बुधवार को कहा कि कोरोना के संक्रमण काल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रवासी मजदूरों के साथ हैं। उन्होंने श्रमिकों के लिए प्रवासी आयोग बनाने का निर्देश देकर वंचितों के लिए बड़ा काम किया है।
डॉ निर्मल ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सरकार में श्रम विभाग को कमजोर कर दिया गया था। इसकी वजह से उनकी सरकार में मजदूरों के लिए कोई योजना नहीं आ पाई। मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए अखिलेश यादव सरकार में कोई काम नहीं किया गया। उन्हें योगी आदित्यनाथ के प्रवासी आयोग का स्वागत करना चाहिए।
आयोग के अध्यक्ष ने सपा अध्यक्ष को कमजोर नेता बताया है। उन्होंने कहा है कि अखिलेश यादव कोई बयान जनता के हित में नहीं देते हैं। वह केवल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए राजनीति करते हैं। आज जब कोरोना को लेकर पूरा देश एकजुट है, तब अखिलेश केवल सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल कर रहे हैं। उनके पास न तो कोरोना को लेकर कोई सुझाव है और न ही मजदूरों के जीवन को बचाने के लिए कोई उपाय। योगी सरकार के काम-काज को लेकर वह परेशान हो गए हैं। सपा मुखिया अपने लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ में भी कोरोना के दौरान कभी नहीं देखे गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वंचित वर्गों की ओर से धन्यवाद देते हुए निर्मल ने कहा है कि 70 फीसदी मजदूर दलित वर्ग से हैं। जो दो जून की रोटी की व्यवस्था करने के लिए दूसरे राज्यों में चले जाते हैं। योगी आदित्यनाथ को मजदूरों का दर्द पता है। यही वजह है कि उन्होंने प्रवासी आयोग बनाकर हमेशा के लिए मजदूरों की समस्याओं को खत्म करने की तैयारी की है। सपा को यह आयोग बनाया जाना अच्छा नहीं लग रहा है, जबकि प्रवासी आयोग से पूरे प्रदेश के मजदूरों का डाटा सरकार के पास होगा और सरकार को उनके रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने में आसानी होगी।