अहमदाबाद। पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर गुजरात के पर्यटकों में अपनी पूर्व निर्धारित कश्मीर यात्रा को रद्द करने की होड़ लग गई है और टूप ऑपरेटर सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि पर्यटकों को पूरा पैसा वापस मिले। गुजरात के टूर ऑपरेटर्स एवं ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ने बुधवार को कहा कि विमानन कंपनियों से अनुरोध किया है कि वे श्रीनगर के लिए 30 अप्रैल के बजाय 30 जून तक टिकटों को निशुल्क रद्द करने की सुविधा प्रदान करें, जैसा कि वे पहले ही दे रही हैं।
गुजरात के पर्यटकों के लिए कश्मीर सबसे पसंदीदा घरेलू पर्यटन स्थल बन गया है, जहां 2024 में लगभग पांच लाख पर्यटक गए थे। अहमदाबाद स्थित अजय मोदी ट्रैवल्स के अजय मोदी ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि 2025 में यह संख्या पार हो जाएगी, लेकिन मंगलवार के हमले ने स्थिति बदल दी। पहलगाम में हुए हमले में मारे गए 26 लोगों में तीन गुजरात मूल के व्यक्ति थे। मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग कश्मीर की अपनी योजनाबद्ध यात्राएं रद्द करा रहे हैं और टूर ऑपरेटर विमानन कंपनियों से बात कर रहे हैं ताकि 30 जून तक यात्रा रद्द करने पर उन्हें पूरा पैसा वापस मिल सके।
उन्होंने कहा, हम उन सभी लोगों को कश्मीर टूर पैकेज रद्द करने की अनुमति दे रहे हैं, जो बिना किसी रद्दीकरण शुल्क के ऐसा करना चाहते हैं। हम उन्हें बिना किसी परेशानी के, यदि वे चाहें तो, अन्य गंतव्यों का विकल्प चुनने की भी अनुमति दे रहे हैं। मोदी ने बताया कि लोगों ने 15 जून तक कश्मीर के लिए टूर पैकेज बुक कराए हैं। उन्होंने कहा, ग्राहकों के जम्मू-कश्मीर जाने की संभावना बहुत कम है, क्योंकि वे वहां की स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि वहां भय का माहौल है और यह स्वाभाविक है कि लोग मौजूदा परिस्थितियों में कश्मीर की यात्रा पर आगे नहीं बढ़ेंगे। उसने विमानन कंपनियों से 30 जून तक बुक किए गए टिकटों पर रद्दीकरण शुल्क माफ करने का अनुरोध किया है। अक्षर ट्रैवल्स के मनीष शर्मा ने बताया कि गुजरात के पर्यटकों के लिए कश्मीर सबसे लोकप्रिय गंतव्य बन गया है और 15 जून तक के पैकेज बुक हो चुके हैं। उन्होंने कहा, टूर ऑपरेटर के रूप में हम पर्यटकों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान कर रहे हैं, चाहे वह रद्दीकरण, विस्तार या धन वापसी का मामला हो।