लखनऊ(वरिष्ठ संवाददाता)। प्रदेश सरकार लम्बी रुट के बसो की रफ्तार तय कर दिया है। अब एक्सप्रेसवे पर 60 की स्पीट से ही बस चल सकेगी। इसके साथ ही 300 किलोमीटर की दूरी पर दो जगह जलपान के लिए 20 मिनट रुकेगी। परिवहन निगम के क्षेत्रिय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि बसो का रुट तय होने से यात्रियों को समय पर बस और सुगम यात्रा करने को मिलेगा।
रोडवेज बसों के फेयर स्टॉप को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे हर स्टॉप पर अगल-अलग श्रेणियों के बसों के ठहराव से यात्रियों के सफर को और आसान बनाया जा सके। इसी मकसद से रोडवेज बसों की सेवाओं को पांच श्रेणियों में बांटा गया है। जिसमें ग्राम्य सेवाएं, शटल स्थानीय, सिमित स्टॉप, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट सेवाएं हैं। इन बसों का ठहराव और रफ्तार तय किया गया है। परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक संचालन ने बताया कि गर्मी के मौसम में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। ऐसे में फेयर स्टॉप बढ़ने से किराये की दरों के निर्धारण में भी आसानी होगी।
उन्होंने कहा कि यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लगातार प्रयास होते रहने चाहिए, जिससे किसी प्रकार की यात्रियों को असुविधा न हो। इसमें फेयर स्टॉप की भूमिका महत्वपूर्ण है। सुपरफास्ट सेवाएं में 35 हजार आबादी वाले उपनगरों में स्टापेज करेंगी। बस की औसत रफ्तार 54 किमी प्रति घंटा होगी। ग्रामीण बस सेवाएं के लिए ये बसें गांवों में रात में हॉल्ट करेंगी। हर स्टॉप पर रुकेंगी। औसत रफ्तार 40 किमी. प्रतिघंटा होगी। इसी तरह शटल स्थानीय सेवाएं में दो जिलों के बीच चलने वाली बसें सभी बस स्टॉपेज पर रूकेंगी। जिसकी रफ्तार 46 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। सिमित स्टॉप सेवाएं की बसों का रफ्तार 54 किमी प्रतिघंटा होगी।