वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। लेखपाल के साथ वकीलो का मारपीट का मामला फिर से तूल पकड़ रहा है। सोमवार को भी मोहनलालगंज तहशील में राजस्व से जुड़ा कोई भी कार्य नही हो सका। लेखपाल नामजद वकीलों की गिरफ्तारी और एसडीएम, तहसीलदार के तबादले की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर वकील लेखपालों की गिरफ्तारी पर अड़े हैं।
वकीलों ने सोमवार को बैठक कर प्रशासन व पुलिस को लेखपालों पर कार्रवाई के लिए चार दिन का समय दिया है। मंगलवार से वकीलों ने कोर्ट में काम करने का निर्णय लिया। वकील शनिवार को बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे। इस हंगामे, प्रदर्शन के बीच सोमवार को तहसील में मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी। वादकारियों को बैरंग लौटना पड़ा। वकीलों ने सोमवार को बार महामंत्री राम लखन यादव की अगुवाई में आमसभा की।
वकीलों ने मंगलवार से काम करने का निर्णय लेते हुए तहसील प्रशासन व पुलिस को चार दिन का समय देते हुए चेतावनी दी। लेखपाल व वकीलों के बीच मारपीट को लेकर हो रहे प्रदर्शन के कारण तहसील में किसी कोर्ट में काम नहीं हुआ। वकीलों के कार्य पर वापस आने के ऐलान के बाद मंगलवार से कोर्ट में कामकाज होने की उम्मीद जगी है।
वहीं दूसरी तरफ वकीलों ने नामजद लेखपालों की तत्काल गिरफ्तारी, लेखपालों की आय से अधिक की सम्पत्ति की जांच, गृह जनपदों से लेखपालों का तबादला और लेखपालों के पास काम कर रहे प्राइवेट कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। जबकी राजधानी के लेखपाल उपजलाधिकारी आवास पर धरने पर बैठे रहे। लेखपाल संघ घटना में एसडीएम व तहसीलदार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। तत्काल दोनों अफसरों का तहसील से तबादला करने की मांग की है।





